देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Uttarkashi Tunnel Update: सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। बता दें मजदूर 17 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे है।मजदूरों को निकालने के मिशन में मशीन भले ही फेल हो गई है, लेकिन इंसानी जज्बे के सामने कोई भी चुनौती मुश्किल नहीं।
आपको बता दें ऑगर मशीन को निकालने जाने के बाद सोमवार रात से मैनुअल ड्रिलिंग (Manual Drilling) की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, इसका एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें कुछ मजदूर पाइप से मलबा निकालते दिख रहे हैं। 41 जिंदगियों को बचाने का उनका जज्बा ऐसा है कि हाथ को किसी मशीन से ज्यादा तेज चला रहे हैं।
ऑगर मशीन के फेल हो जाने के बाद रैट माइनिंग के कुछ एक्सपर्ट को सिलक्यारा टनल में बुलाया गया है, जिन्हें रैट माइनर्स भी कहा जाता है। चूहे की तरह तेजी से कहीं खुदाई करने और सुरंग बनाने में माहिर होने की वजह से इन्हें यह नाम दिया गया है। सोमवार को ऑगर मशीन के टूटे हिस्सों को निकालने के बाद इन्होंने अपना काम शुरू किया। सुबह तक इन्होंने काफी तेजी से काम करते हुए करीब 4-5 मीटर की खुदाई की। अब 5-6 मीटर और खुदाई का काम ही बच गया है।
दरअसल, सोमवार शाम तक फंसे हुए बरमा के आखिरी टुकड़े को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया था और एक स्टील पाइप को आंशिक रूप से पूर्ण निकास मार्ग में डाला गया था।बचावकर्ताओं को उम्मीद है कि जब यह एक मीटर चौड़ी शाफ्ट नीचे सुरंग के शीर्ष से टूट जाएगी, तो गुरुवार तक मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। पास के बिंदु से ड्रिल किया जा रहा एक और आठ इंच चौड़ा शाफ्ट लगभग 75 मीटर नीचे तक पहुंच गया है।
Uttarkashi Tunnel Update: बता दें बचाव कार्यों में सहयोग के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल ने सिलक्यारा में मीडिया को बताया कि तड़के तक मलबे के अंदर फंसे ऑगर मशीन के हिस्सों को काटकर निकाल दिया गया। उन्होंने कहा कि ऑगर मशीन का हेड (सिरा) भी पाइप के अंदर फंसा हुआ था और अब उसे भी हटा दिया गया।