भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को ट्विटर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के 1980 के भाषण की एक छोटी क्लिप पोस्ट की, जिसमें वाजपेई ने किसानों को अपना समर्थन देते हुए उनके दमन के खिलाफ तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार को चेतावनी दी थी।
बड़े दिल वाले नेता के समझदारी भरे शब्द
Wise words from a big-hearted leader… pic.twitter.com/xlRtznjFAx
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 14, 2021
गांधी ने ट्वीट किया, ”बड़े दिल वाले नेता के समझदारी भरे शब्द…” भाजपा सांसद गांधी मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन मुखरता से कर रहे हैं। वाजपेई के भाषण वाला उनका यह ट्वीट केंद्र सरकार के लिये उनके संदेश के रूप में देखा जा रहा है। वीडियो क्लिप में वाजपेई को एक सभा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि किसानों को डराया नहीं जा सकता।
अगर सरकार (किसानों को) दबाएगी, तो हम किसानों के संघर्ष में शामिल होने से नहीं हिचकिचाएंगे
क्लिप में वाजपेई कहते हैं, ”अगर सरकार (किसानों को) दबाएगी, कानूनों का दुरुपयोग करेगी और शांतिपूर्ण आंदोलन का दमन करेगी, तो हम किसानों के संघर्ष में शामिल होने और उनके साथ खड़े होने से नहीं हिचकिचाएंगे।” गांधी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जो कथित रूप से भाजपा नेताओं से जुड़ी कारों से कुचले गए थे। गांधी को हाल में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया। इसे गांधी से पार्टी नेतृत्व की नाराजगी के रूप में देखा गया था।
अटल बिहारी वाजपेयी के बहाने इस बार वरुण गांधी ने सरकार पर सीधा निशाना
अटल बिहारी वाजपेयी के बहाने इस बार वरुण गांधी ने सरकार पर सीधा निशाना साधने की कोशिश की है। दरअसल,गन्ने की कीमत का मसला हो या लखीमपुर खीरी हिंसा का मामला। वरुण गांधी लगातार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर या ट्वीट करके पार्टी लाइन से अलग हटकर अपनी बात रख रहे हैं।
वरुण के इन बयानों की वजह से पार्टी के लिए लगातार असहज स्थिति पैदा हो रही है
वरुण के इन बयानों की वजह से पार्टी के लिए लगातार असहज स्थिति पैदा हो रही है और शायद इसी वजह से इस बार उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भी बाहर कर दिया गया। लेकिन पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किए जाने के बावजूद भी लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर वरुण गांधी लगातार जिस अंदाज में ट्वीट कर रहे हैं उससे फिलहाल तो यही जाहिर हो रहा है कि वरुण गांधी अब पीछे हटने को तैयार नहीं है।