विहिप ने कहा कि सीआईए द्वारा विश्व हिन्दू परिषद् व बजरंगदल को उग्रवादी (Militant) धार्मिक संगठन घोषित करना घोर आपत्तिजनक, अपमानजनक तथा तथ्यों से परे है। ये संगठन पूर्ण रूप से देश भक्त हैं तथा इनकी गतिविधियां राष्ट्र को समर्पित हैं। विहिप ने अमेरिकी गुप्तचर संस्था सीआईए की जमकर आलोचना की है।
विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेन्द्र जैन ने आज कहा कि 60,000 से अधिक एकल विद्यालय तथा एक हजार से अधिक अन्य सेवा कार्य करते हुए विहिप देश के समग्र विकास के लिए समर्पित है। देश हित व हिन्दू हितों के साथ ये संगठन कभी समझौता नहीं करते। इन सब तत्थ्यों की जानकारी सीआईए को न हो, यह संभव नहीं है। इसके बावजूद ये अनर्गल आरोप लगाना किसी निहित स्वार्थ के कारण ही सम्भव है। संभवतः भारत के चर्चों द्वारा लिखे गए पत्र भी इस बृहद षडयंत्र के भाग हैं। ओसामा बिन लादेन को खड़ा करके जिहादी आतंकवादी की आग में विश्व को झोंकने वाला सीआईए किस अधिकार से भारत के देश भक्त संगठन पर टिप्पणी कर सकता है।
विहिप के संयुक्त महासचिव के यह भी कहा कि सीआईए की भारत विरोधी मानसिकता उसकी कथित फेसबुक में छपे भारत के मानचित्र से भी स्पष्ट हो जाती है। उन्होंने गुलाम कश्मीर के अलावा कश्मीर के ही कुछ अन्य भागों को पाकिस्तान में दिखाया है। यह घोर आपत्तिजनक तथा देश का अपमान है।
जैन ने कहा कि अमेरिकी सरकार को अपनी इस कुख्यात एजेंसी को आदेश देना चाहिए कि वह अबिलम्ब अपनी इन त्रुटियों को सुधार कर भारत की जनता से क्षमा याचना करे। यदि जल्द ही यह सुधार नहीं किया जाता तो विश्व हिन्दू परिषद् वैश्विक स्तर पर सीआईए के विरुद्ध आन्दोलन छेड़ेगा। सीआईए का भारत विरोधी इतिहास सर्व विदित है तथा वर्तमान षडयंत्र उसी मानसिकता का परिणाम है. विहिप का भारत सरकार से अनुरोध है कि वह अमेरिकी सरकार से संपर्क कर दबाव बनाए कि वह इस विषय पर अविलम्ब कार्रवाई करे।
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