उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने युवाओं की प्रतिभा पर विश्वास करने और उनको अवसर देने पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि देश की स्वतंत्रता पूरी तरह से आत्मनिर्भरता से जुडी है। नायडू ने यहां एक संदेश में कहा कि अंग्रेजों के विरुद्ध आजादी का संघर्ष करने में आठ अगस्त की तारीख का विशेष महत्व है।
हमें इस अवसर पर स्वतंत्रता के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज आठ अगस्त, भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण दिन है, इसी दिन 1942 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश ने अंग्रेत्रों को भारत छोड़ने की चेतावनी दी थी। समाज के हर वर्ग ने इस आन्दोलन में भाग लिया और देश की स्वतन्त्रता के महान लक्ष्य की सिद्धि के लिए एकनिष्ठ प्रयास किए।
नायडू ने कहा, ‘ इस अवसर पर हमारी आत्रादी के लिए अपना वर्तमान न्यौछावर करने वाली पीढ़ के प्रति सादर कृतज्ञता प्रकट करें..। उन्होंने जिस आत्राद, आत्म निर्भर, समावेशी और सक्षम भारत का स्वप्न देखा था, उसे सिद्ध करने का संकल्प लें। यही उन महान बलिदानियों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी! ‘ उपराष्ट्रपति कहा कि सबका सामयिक दायित्व है कि वर्तमान में जिस वायरस का संक्रमण फैला हुआ है, उससे अपने जीवन, परिवार और समुदाय तथा देश को मुक्ति दिलाए। इसके लिए सभी संभव सावधानियां बरतें। ..। सावधान रहें, स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें।
नायडू ने कहा, ‘ हमारी आत्रादी, हमारी आत्मनिर्भरता के साथ पूरी होगी! देश को युवा उद्यमियों की प्रतिभा पर विश्वास है, उन्हें नए प्रयोग, नए इनोवेशन का अवसर मिले।’ उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य आत्मनिर्भर और सक्षम भारत को वैश्विक वित्तीय, आपूर्ति और सूचना तंत्र में महत्वपूर्ण भागीदार बनाना होना चाहिए।v