सेना में भर्ती के लिये केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध करने वाले छात्रों से योग गुरू स्वामी रामदेव ने अपील की है कि अगर उन्हें विरोध करना ही है तो वह अहिंसक तरीके से करें क्योंकि विरोध में हिंसा और आगजनी करना गलत है ।
हिंसा और आगजनी करके विरोध करना गलत – रामदेव
हिंसा और आगजनी करके विरोध करना गलत – रामदेव
रामदेव ने कहा कि हिंसा और आगजनी करके विरोध करना गलत है उन्होंने कहा की अगर विरोध करना ही है तो यह अहिंसक होना चाहिए क्योंकि आगजनी और हिंसा करने से देश और राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान होता है योग गुरू ने जोर देकर कहा कि युवा अग्निपथ के विरोध में ‘अग्निपथ’ पर नहीं बल्कि ‘योग पथ’ पर चलें। उन्होंने कहा की सरकार जरुरत के अनुसार योजना मे जरुरी बदलाव कर रही है और युवा अपना हौसला बनाये रखें और अहिंसक तरीके से विरोध करें।
सेना में सेवा चाहे एक साल की हो या चार साल की उसको मानें
उन्होंने कहा की जो युवा सेना में रहकर देश की सेवा करना चाहते हैं वह आगजनी से देश को फूंक कर देश की सेवा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा की सेना में सेवा चाहे एक साल या चार साल की मिले, जैसा भी सरकार निर्धारित करे उसी को मानें। उन्होंने कहा की योजना को लेकर बुद्धिजीवियों की राय आ चुकी है, सबके स्वर सत्ता के कानों तक पंहुच चुके हैं और कुछ न कुछ समाधान जरूर निकलेगा, इसलिए युवा धीरज बनाये रखें और शांति बनाये रखने में युवा अपना योगदान दें ।