केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री बनने का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है, उसी तरह भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का रास्ता भी उप्र से ही होकर जाता है।
शाह ने दूसरी ‘ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी’ में 65 हजार करोड़ रुपये की 250 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद कहा, ”वर्षों से एक उक्ति सुनता आया हूं। सोलह साल की उम्र से सुन रहा हूं कि पीएम बनना है तो उसका रास्ता लखनऊ से होकर जाता है। अटल बिहारी वाजपेयीजी यहीं से प्रधानमंत्री बने और अब नरेन्द्र मोदी भी उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री बने, ये बात सही थी। अस्सी सीटें हैं, पहले 85 होती थीं। देश के पीएम बनने का रास्ता लखनऊ से होकर जाता था।”
उन्होंने कहा, ”देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का रास्ता भी लखनऊ से होकर जाता है। मैं आश्वस्त हूं और उत्तर प्रदेश को एक हजार डॉलर की अर्थव्यवस्था बनकर इसमें उसके योगदान को सुनिश्चित देखता हूं।”
शाह ने योगी की प्रशंसा करते हुए कहा, ”निष्ठा और परिश्रम करने की क्षमता, इन्हीं दो मानकों के आधार पर उत्तर प्रदेश का भविष्य भाजपा ने योगी आदित्यनाथ के हाथ सौंपा था।” उन्होंने कहा, ”प्रदेश की 22 करोड़ जनसंख्या में योगी ने यह आत्मविश्वास जगाने का काम किया कि उत्तर प्रदेश भी देश में सर्वोत्तम प्रदेश बन सकता है।”
गृहमंत्री ने कहा, “फरवरी 2018 में जब चार लाख 68 हजार करोड़ रुपये निवेश के, लगभग 1,000 से अधिक के एमओयू हुए तो मुझे बहुत खुशी हुई कि उत्तर प्रदेश के अंदर एक नई शुरुआत हुई है और अब देश के सबसे बड़े प्रदेश के अंदर आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी।”
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने निवेशकों के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण काम किया, वह यहां की कानून व्यवस्था को अच्छा करने का काम है। शाह ने कहा कि वह महज एक साल में उत्तर प्रदेश में एक लाख 20 हजार करोड़ रुपये की निवेश योजनाओं पर अमल कराने को बहुत बड़ी ‘सिद्धि’ मानते हैं।