हिंदू राष्ट्र को लेकर बागेश्वर धाम सरकार के महंत धीरेंद्र शास्त्री का बयान जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री चर्चाओं में रहते हैं जहाँ उनका ये बयान वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने यह कह दिया कि हम सारे हिन्दू यहाँ तक कि पाकिस्तान वाला भी हिंदू है।
जब तीन तिहाई लोग ये बोलेंगे कि भारत हिंदू राष्ट्र हो तो क्या ऐसा नहीं होगा?- धीरेन्द्र शास्त्री
दरअसल लंबे समय से बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री खूब चर्चाओं में हैं। अपने ऊपर लग रहे तमाम आरोपों के बीच अब धीरेंद्र शास्त्री का एक ब्यान सामने आया। इस दौरान एक बार फिर उन्होंने हिंदू राष्ट्र को लेकर बड़ा बयान जारी किया। उन्होंने कहा जब तीन तिहाई लोग ये बोलेंगे कि भारत हिंदू राष्ट्र हो तो क्या ऐसा नहीं होगा।
एक प्रतिशत की कोई वैल्यू नहीं है- धीरेन्द्र शास्त्री
तमाम हिंदूओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि तुम सिर्फ हिंदू राष्ट्र की मांग करो और बनाकर रहो। हिंदू अपने आप फैसला लेंगे, लेकिन अगर एक प्रतिशत लोग नहीं भी मानते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ता है। क्योंकि एक प्रतिशत की कोई वैल्यू नहीं है। शक्तियों से जुड़े सवाल पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हम तो केवल बालाजी के दास हैं. न तो हमने कभी ये कहा कि हम ईश्वर हैं न तो ये कहा कि हम चमत्कारी हैं और ये भी नहीं कहते कि कुछ हैं हम। जो आम इंसान है, हम वो हैं। जैसे भी हैं अपने हनुमान जी के हैं, बागेश्वर बालाजी के हैं। प्रभु कृपा से इतनी ताकत है। गुरु कृपा से ये सबकुछ होता है.” उन्होंने कहा, “बागेश्वर बालाजी का ध्यान करके और गद्दी पर बैठकर सामने वाले की जानकारी हो जाती है। दादागुरु का ध्यान करते हैं तो हो जाता है। इसका कोई टाइम नहीं है। बस दादागुरु और बालाजी से आज्ञा लेनी होती है। वो कृपा कर देते हैं। ”
हम सारे हिंदू हैं, यहां तक की पाकिस्तान वाले भी हिंदू हैं- धीरेन्द्र शास्त्री
पाकिस्तान जैसी विचारधारा होने पर उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के विचार उनसे मिलते हैं तो पाक को विचार बदलना चाहिए। हम सारे हिंदू हैं। यहां तक की पाकिस्तान वाले भी हिंदू हैं। सनातन और हिंदू अलग है ही नहीं। जैसे सूर्य और किरण अलग नहीं हैं वैसे ये भी अलग नहीं हैं। जैन और बुद्ध भी हमारी आत्मा हैं। जो लोग ये मानते हैं कि हमारी जिद नाजायज है उनको दिमागी रूप से कोई परेशानी होगी। उन्हें दवा करानी चाहिए। हालांकि, उन्होंने खुद को भारतीय संविधान के पक्ष में बताया।