जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान तरह-तरह की बयानबाज़ी कर रहा है। पाकस्तानी नेताओं ने तो भारत के साथ युद्ध को लेकर तक बयान दे दिया है। हालांकि भारत पर उनकी इस गीदड़ भभकियों का कोई सर नहीं पड़ेगा। भारत ने पाकिस्तानी नेतृत्व के हालिया बयानों की निंदा करते हुए गैरजिम्मेदाराना बताया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आज कहा, भारत के आंतरिक मामलों पर पाकिस्तानी नेतृत्व के हालिया बयानों की हम कड़ी निंदा करते हैं। ये बहुत गैरजिम्मेदाराना बयान हैं। उनके भड़काऊ बयानों में भारत में हिंसा को उकसाना और जिहाद का आह्वान करना शामिल है।
युक्त राष्ट्र (यूएन) में पाकिस्तान के मंत्री शिरीन मजारी के पत्र पर विदेश मंत्रालय ने कहा की यह पत्र उस कागज के लायक भी नहीं है, जिस पर यह लिखा गया था। प्रतिक्रिया देकर इस पर विश्वास नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, जो हम समझते हैं कि शायद कुछ निश्चित क्षेत्र थे जो अस्थायी रूप से बंद थे, नोटम (एयरमेन को एक नोटिस) जारी किए गए हैं जो कि एक निश्चित अवधि के लिए भी जारी किए गए थे।
रवीश कुमार ने कहा, पाकिस्तान की ओर से हवाई क्षेत्र को बंद करने की पुष्टि करने वाला कोई बयान नहीं आया है। किसी भी घटना में किसी भी अस्पताल ने दवा या किसी भी डिस्पोजेबल आइटम की कमी की सूचना नहीं दी है। ना ही जान नहीं गई, एक भी गोली नहीं चलाई गई। जमीन पर स्थिति में धीरे-धीरे लेकिन सकारात्मक सुधार हुआ है।
गोवा में बाढ़ पीड़ितों के लिए बीएसई ने दिया 5 लाख रुपये का योगदान, प्रमोद सावंत ने की सराहना
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि पाकिस्तान राज्य की नीति के रूप में आतंक का उपयोग करता है और हर बार हमने उन्हें अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। हमें जानकारी मिली है कि पाकिस्तान आतंकवादियों की घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है। हम मांग करते हैं कि पाकिस्तान को आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए अपनी मिट्टी पर।
रवीश कुमार ने कहा की उनके लिए (पाकिस्तान) अब सामान्य पड़ोसी की तरह व्यवहार करना महत्वपूर्ण है। सामान्य पड़ोसी क्या करते हैं? आप आतंकवादियों को पड़ोसी देश में नहीं धकेलते हैं। आप सामान्य बात करते हैं, सामान्य व्यापार करते हैं। यह कुछ ऐसा नहीं है जो पाकिस्तान से हो रहा है।