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यूक्रेन संकट के दौरान हमें भारतीयों की चिंता थी पर कांग्रेस ने ओछेपन की सारी हदें पार की: भाजपा

भाजपा ने यूक्रेन से छात्रों को स्वदेश लाने के अभियान के दौरान कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के रवैये की जमकर आलोचना की और आरोप लगाया कि संकट की घड़ी में भी उन्होंने ‘‘ओछेपेन की सारी हदें’’ पार कर दीं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों, खासकर छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने ‘‘बहुत सूझबूझ व समझदारी’’ से निर्णय लिए तथा तमाम संकटों व समस्याओं के बावजूद जिस प्रकार देश का नेतृत्व किया, वैसा कोई अन्य उदाहरण नहीं है। 
कांग्रेस ने ओछेपेन की सारी हदें पार की – भाजपा 
पार्टी ने यूक्रेन से छात्रों को स्वदेश लाने के अभियान के दौरान कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के रवैये की जमकर आलोचना की और आरोप लगाया कि संकट की घड़ी में भी उन्होंने ‘‘ओछेपेन की सारी हदें’’ पार कर दीं। भाजपा मुख्यालय में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता पीयूष गोयल ने कहा, ‘‘संकट की घड़ी में इतनी समस्याओं के बीच जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निकासी अभियान का नेतृत्व किया, ऐसा कोई अन्य उदाहरण नहीं है।’’ 
किसी दूसरे देश ने अपने नागरिकों की इतनी परवाह नहीं की – बीजेपी 
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कोई और उदाहरण नहीं है किसी देश का, जिसने इतनी गंभीरता से अपने नागरिकों को सुरक्षित घर लाने का काम किया हो। यहां तक कि बड़े-बड़े देश भी इसमें विफल रहे। चीन तो शायद पहली बार आठ फरवरी को कुछ लोगों को निकाल पाया। अमेरिका ने तो पहले ही परामर्श जारी कर दिया था कि आप अपने आप निकल जाओ नहीं तो हम जिम्मेदार नहीं हैं।’’ 
गोयल ने कहा कि भारत ना सिर्फ अपने नागरिकों को निकालने में सफल रहा बल्कि उसने अपने नागरिकों की इच्छाओं को भी हरसंभव पूरा किया और यही वजह रही कि कई सारे छात्र अपने पालतू जानवरों को भी साथ लेकर आए। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान देश ने तिरंगे की अहमियत को भी देखा जब कई दूसरे देशों के बच्चे भी सुरक्षित निकलने के लिए भारत का तिरंगा लेकर निकलने में सफल हो पाए। 
हमने भारतीय लोगों के साथ – साथ विदेशियों को भी यूक्रेन से निकाला – भाजपा 
उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस अभियान के दौरान नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश के भी कुछ विद्यार्थियों को सुरक्षित निकालने में सफल रही। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साढे सात सालों में विश्व में भारत की जो साख बनाई है, उसका लाभ इस अभियान के दौरान लगातार मिलता रहा। गोयल ने इस दौरान आरोप लगाया कि एक तरफ जहां पूरी सरकार अपने नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने में लगी हुई थी, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दलों ने तथा विपक्ष शासित राज्यों के कुछ मुख्यमंत्रियों ने इस पर भी राजनीति करने की कोशिश की। 
कोविड, गलवान हो या यूक्रेन, कांग्रेस ने सिर्फ किया दुष्प्रचार – भाजपा 
उन्होंने कहा कि संकट के समय में तो सभी लोग एकजुट होते हैं लेकिन इस संकट में लोगों को सांत्वना देने के बदले विपक्ष के नेता दुष्प्रचार करने में लगे रहे। उन्होंने कहा, ‘‘यह उदाहरण है कि कैसे कुछ राजनीतिक दल ओछी राजनीति में पड़े रहते हैं… कोविड महामारी और गलवान घाटी की घटना के दौरान भी कांग्रेस का रवैया देखिए। यह दर्शाता है कि कांग्रेस किस निचली स्तर तक गिर चुकी है।’’ यूक्रेन से लाए गए छात्रों का केंद्रीय मंत्रियों द्वारा हवाईअड्डों पर स्वागत किए जाने की आलोचना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गोयल ने कहा, ‘‘यह ओछेपन की हद है। ओछेपन की हद पार कर रही है कांग्रेस पार्टी।’’ 
 भले ही पीएम रैली कर रहे थे पर उन्हें बच्चों की चिंता थी – बीजेपी  
एक तरफ भारतीय छात्र मदद की गुहार कर रहे थे और प्रधानमंत्री चुनावी रेलियों में व्यस्थ थे के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भले ही प्रधानमंत्री रैली कर रहे थे लेकिन उनक ‘‘मन, दिल और उनकी चिंता’’ बच्चों में लगी रहती थी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हरसंभव कोशिश की गई वहां फंसे बच्चे समय पर निकलें लेकिन कुछ विश्वविद्यालयों के चलते कुछ छात्र गुमराह हो गए ओर वे फंस गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘‘बहुत सूझबूझ और समझदारी’’ से हर पहलू को मद्देनजर रखते हुए हर निर्णय लिया है ओर इसी का नतीजा है कि विद्यार्थियों का आखिरी समूह भी अब युद्ध के इलाके से निकल कर पश्चिमी यूक्रेन की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। 
अपने नागरिकों को सकुशल लाने के लिए हरसंभव प्रयास – भाजपा 
गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारतीयों को सुरक्षित निकालने के विषय को खुद गंभीरता से लिया और इसके मद्देनजर आठ उच्च स्तरीय बैठकें की और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोदिमीर सहित करीब 11 बार विश्व के बड़े-बड़े नेताओं से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कूटनीति का हरसंभव प्रयोग किया गया, जिससे हमारे नागरिक सकुशल वापस आ सकें।’’ 

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