भारत में इस बार जी-20 को लेकर अनेक तैयारी चल रही है। जी हां भारत इस बार जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और यह बैठक राजधानी नई दिल्ली में 8 सितंबर से 10 सितंबर के बीच होने वाली है। भारत पहली बार इस तरह के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा। जिसकी साल भर से तैयारी चल रही है। भारत के अंदर G-20 का 18 सम्मेलन होने जा रहा है। बता दे कि इससे पहले 17 बार यह बैठक हो चुकी है जिसकी स्थापना 2008 में की गई थी और इसकी पहली बैठक अमेरिका में हुई थी। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब किसी देश का राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री इसमें शामिल न हुआ हो, बल्कि ऐसे कई मौके भी आ चुके हैं जहां इनकी गैरमौजूदगी रही है। इसपर जर्मन के एक राजदूत ने कहा है की पुतिन और जिनपिंग की गैरमौजूदगी का कोई भी असर नहीं होगा' जी हाँ जर्मन राजदूत ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जी-20 समिट में हिस्सा न लेने पर यह कहते हुए नज़र आये की उनके न आने से इस शिखर सम्मलेन पर कोई भी असर देखने को नहीं मिलेगा।