कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि आजादी का कोई मतलब नहीं है जब तक यह सभी के लिए न हो। साथ ही उन्होंने पूछा कि जब देश में ”नफरत का जहर” फैलाया जा रहा है तो ‘अमृत महोत्सव’ का क्या मतलब है। गांधी की यह टिप्पणी असम के दरांग जिले में बृहस्पतिवार को अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान पुलिस और कथित अतिक्रमणकारियों के बीच हुई झड़प के बाद आई है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हुए।
जब देश में नफ़रत का ज़हर फैलाया जा रहा है तो कैसा अमृत महोत्सव?
अगर सबके लिए नहीं है तो कैसी आज़ादी? #Assam
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 25, 2021
घटना के बाद एक चौंकाने वाला वीडियो भी सामने आया, जिसमें कैमरा लिए एक व्यक्ति मृत व्यक्ति पर वार कर रहा है जिसके सीने में गोली लगी है। बाद में उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।
गांधी ने एक ट्वीट में ‘असम’ हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए पूछा, ”जब देश में नफरत का जहर फैलाया जा रहा है तो ‘अमृत महोत्सव’ क्या है? आजादी का क्या मतलब है अगर यह सभी के लिए नहीं है।” इस बीच, कांग्रेस नेताओं ने असम के राज्यपाल जगदीश मुखी से मुलाकात की और उनसे उचित पुनर्वास पैकेज की घोषणा होने तक दरांग के सिपाझार में अतिक्रमण हटाने के अभियान को रोकने का अनुरोध किया।