भारत में इस समय अडानी समूह काफ़ी चर्चे में है। संसद में भी गौतम अडानी के खिलाफ काफी विरोध हो रहा है। अडानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति के लिस्ट में हैं, हालांकि अभी उनके शेयर में काफ़ी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कर्ज को लेकर दावे किए गए थे जिसके बाद उनके निवेशकों का विश्वास कम हो गया और शेयर धड़ा-धड़ गिर गया। उनके निजी जीवन की बात करें तो उनकी पत्नी का नाम प्रीति अडानी है जो की अडानी फाउंडेशन की हेड हैं।
फाउंडेशन को आगे ले जाने में प्रीति का बड़ा हाथ है
प्रीति अडानी पेशे से एक डॉक्टर हैं, उन्होंने 1996 में अडानी फाउंडेशन की कमान अपने हाथों में लिया। प्रीति चैरिटी के कामों में भी बहुत योगदान करती हैं। अडानी ग्रुप 1988 में शुरू की गई थी जिसका कार्यभार 1996 में प्रीति ने अपने हाथों में लिया था। प्रीति का जन्म 1965 में मुंबई में हुआ था, उन्होंने अहमदाबाद के गवर्मेंट डेंटल कॉलेज से स्नातक उत्तीर्ण किया। जानकारी के अनुसार, गौतम अडानी से शादी के बाद उन्होंने डेंटिस्ट का पेशा छोड़ दिया। प्रीति गुजरात में साक्षरता दर बढ़ाने के लिए भी कई कार्यक्रम चलती हैं। वो अपनी निगरानी में अडानी ग्रुप का सीएसार भी चलाती हैं।
जानकारी के अनुसार, जब अडानी ग्रुप शुरू किया गया तब सिर्फ 2 कर्मचारी थे, लेकिन आज फाउंडेशन भारत में सालाना 32 लाख लोगों की मदद करता है। इसके विस्तार में प्रीति का बड़ा योगदान है।
गौतम अडानी बोले मैं अनपढ़ था और वो डॉक्टर थीं
मिली जानकारी के अनुसार, गौतम अडानी ने बताया कि वो बहुत शर्मीले थे। अडानी के कहा की मैं अनपढ़ था और वो डॉक्टर थीं, अब ऐसे में थोड़ा मिसमैच तो था। दोनों की शादी उनके परिवार के बड़ों की तरफ से तय की गई थी। आगे अडानी ने कहा, जब प्रीति को ये एहसास हुआ कि डेंटिस्ट बनकर वह महज कुछ लोगों की ही सेवा कर पाएंगी लेकिन फाउंडेशन से जुड़कर वो लाखों लोगों की सेवा कर पाएंगी तो उन्होंने अपना करियर छोड़ दिया।