महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण शरण सिंह के इन दिनों सुर्खियों में बने हुए है। क्योंकि उनके खिलाफ तीन दिनों से प्रदर्शन चल रहा था जो देर रात एक बजे खत्म हो गया। इस बीच बृजभूषण शरण सिंह के बारे में जान लेना जरुरीा है कि आखिर वो कौन है और उनका बैग्राउंड क्या रहा है। दरअसल बृजभूषण सिंह डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष होने के साथ ही यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद भी हैं।
छह बार सांसद रह चुके हैं बृजभूषण
1991 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद बृज भूषण सिंह ने 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की थी। इसलिए वो कुल छह बार सांसद रहे चुके हैं। इसके अलावा वो 2011 से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं। 2019 में बीजेपी सांसद तीसरी बार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बनाए गाए हैं। बताया जाता है कि कुश्ती के छोटे से बड़े कार्याक्रम में वो मौजूद रहते है और जीत हार का फैसला भी उनकी तरफ से सुनाया जाता है। कुश्ती के आयोजन मेें उनकी अहम भूमिका रही है।
1988 में बीजेपी में शामिल हुए थे सिंह
बृजभूषण शरण सिंह पहली बार 1988 में बीजेपी में शामिल हुए थे. जिसके बाद 1991 में लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. लेकिन बीच में विवादों के चलते पार्टी छोड़ दी थी. जिसके बाद 2009 में सपा के टिकट पर कैसरगंज से चुनाव जीते थे। पहलवानों की तरफ से लगाए आरोप से पहले राज ठाकरे के विरोध को लेकर भी बीजेपी सांसद चर्चा में आए थे। तब मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अयोध्या स्थित रामलाला के दर्शन करने आने की बात कही थी। लेकिन कैसरगंज के सांसद ने उनका जबरदस्त विरोध किया था।
अयोध्या विवाद को लेकर भी सुर्खियों में थे
उन्होंने राज ठाकरे को अयोध्या नहीं आने तक की सलाह दी थी। इस दौरान अयोध्या में लगे पोस्ट भी काफी चर्चा में रहे थे। बता दें वो राम मंदिर आंदोलन से जुड़े इसलिए वो बीजेपी के अनुभवी नेता हैं। इससे पहले खिलाड़ियों ने आरोप लगाए थे कि फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह मनमानी करते हैं। बजरंग पूनिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रेसिडेंट गाली देते हैं। यहां तक कि वह थप्पड़ भी मार देते हैं। टोक्यो ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले बजरंग ने कहा कि स्पॉन्सर का पैसा फेडरेशन खा जाता है।
आरोप सच हुआ तो फांसी लगा लूंगा – भूषण
हाल ही में उनपर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। विनेश फोगाट ने बताया कि इन्हें इस्तीफा देना चाहिए हमारे साथ अत्याचार हुआ कई महिला पहलवानों से शिविर में उत्पीड़न किया गया। इसके बाद से खेल मंत्री भी एक्शन में आ गए है इसलिए पहलवानों के साथ माटिंग के बाद बृजभूषण को काम करने से रोक दिया गया है । वहीं अपने उपर लगे आरोपों को लेकर ब्रज भूषण ने कहा सामने आकर अगर कोई साबित करे कि ऐसा हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा। वो आरोपो का पूरी तरह से नकार रहे है।