आरएसएस चीफ मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरू से मुलाकात ने दुनिया भर में सुर्खिया बटोरी, मुलाकात के बाद आम जनमानस में फैली भम्र को दूर करने की कोशिश की गयी। मुस्लिम धर्मगुरू ने मोहन भागवत को मस्जिद में पढ़ रहे बच्चों के साथ मुलाकात कराई , जिनसे मोहन भागवत ने बातचीत भी की। दोनों की मुलाकात के बाद सियासी तपिश भी बढ़ी लेकिन उसका कोई असर देखने को नहीं मिला। हमेशा से मुस्लिम कट्टरपंथी नेता आरएसएस पर मुस्लिम विरोधी होने का तमगा देते हैं लेकिन मुस्लिम धर्मगुरू व मोहन भागवत की मुलाकात ने उन काले बादलों को छटा कर दिए हैं जो परस्पर विरोध के चलते समाज में आग लगाने प्रयास करते हैं।
कौन हैं मुस्लिम धर्मगुरू
आरएसएस चीफ को मस्जिद बुलाकर मुलाकात करने वाले धर्मगुरू देश ही दुनिया में शांति सद्दभाव के लिए जाने जाते है। मुस्लिम धर्मगुरू का नाम डां इलियासी है। इलियासी जिस मस्जिद में रहते हैं वही पर सभी धर्मों के लोगों को बुलाकर धर्म के बारे में बातचीत करते रहते हैं। इलियासी बताते हैं कि इनकी इमाम काउंसिल देश में सद्भावना व शांति बनाए रखने के लिए काम करती है। इलियासी दिल्ली स्थित सेंट्रल मस्जिद में ही निवास करते है। इलियासी कहते हैं उनके द्वारा संचालित इमाम काउंसिल भारत ही एशिया की सबसे बड़ी काउंसिल हैं जिसमें करीब 5 लाख लोगों की हिस्सेदारी है।
कई अंतराष्ट्रीय संस्थाओं में निभा चुके हैं भूमिका
कौन हैं मुस्लिम धर्मगुरू
आरएसएस चीफ को मस्जिद बुलाकर मुलाकात करने वाले धर्मगुरू देश ही दुनिया में शांति सद्दभाव के लिए जाने जाते है। मुस्लिम धर्मगुरू का नाम डां इलियासी है। इलियासी जिस मस्जिद में रहते हैं वही पर सभी धर्मों के लोगों को बुलाकर धर्म के बारे में बातचीत करते रहते हैं। इलियासी बताते हैं कि इनकी इमाम काउंसिल देश में सद्भावना व शांति बनाए रखने के लिए काम करती है। इलियासी दिल्ली स्थित सेंट्रल मस्जिद में ही निवास करते है। इलियासी कहते हैं उनके द्वारा संचालित इमाम काउंसिल भारत ही एशिया की सबसे बड़ी काउंसिल हैं जिसमें करीब 5 लाख लोगों की हिस्सेदारी है।
कई अंतराष्ट्रीय संस्थाओं में निभा चुके हैं भूमिका
इलियासी को कार्यकारी परिषद की सिफारिश पर शैक्षिक विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने 18 अप्रैल 1961 और 24 अप्रैल 1963 को वियना के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में राजनयिक और कांसुलर संबंधों के डॉ इमाम उमर अहमद इलियासी को लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में नॉमिनेट किया, उन्होंने मिडिल ईस्ट कॉनटिनेंट की तरफ से का प्रतिनिधित्व किया हैं।
कई प्रतिष्ठित लोगों के साथ मंच साझा कर चुके हैं इलियासी
इलियासी मुस्लिम समाज में अपना काफी प्रभाव रखते है। वह शांति व सद्भावना बनी रही इसलिए विभिन्न धर्मों के लोगों के समन्वय बनाए रखने में विश्वास रखते है। इलियासी पीएम मोदी के साथ भी कई बार मंच साझा कर चुके हैं , इसके अलावा वह कई मिडिल ईस्ट के मुस्लिम संगठनों में अपनी काफी पहचान रखते है। शांति सद्भावना के चलते इलियासी को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। दावे के मुताबिक इमाम इलियासी फिलिस्तीन-इजरायल और अरब-इजरायल जैसे संघर्षों को सुलझाने में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वह दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय को वैज्ञानिक आधार पर मार्गदर्शन करते हैं
कई प्रतिष्ठित लोगों के साथ मंच साझा कर चुके हैं इलियासी
इलियासी मुस्लिम समाज में अपना काफी प्रभाव रखते है। वह शांति व सद्भावना बनी रही इसलिए विभिन्न धर्मों के लोगों के समन्वय बनाए रखने में विश्वास रखते है। इलियासी पीएम मोदी के साथ भी कई बार मंच साझा कर चुके हैं , इसके अलावा वह कई मिडिल ईस्ट के मुस्लिम संगठनों में अपनी काफी पहचान रखते है। शांति सद्भावना के चलते इलियासी को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। दावे के मुताबिक इमाम इलियासी फिलिस्तीन-इजरायल और अरब-इजरायल जैसे संघर्षों को सुलझाने में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वह दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय को वैज्ञानिक आधार पर मार्गदर्शन करते हैं
मोहन भागवत -इलियासी की मुलाकात पर औवेसी को जलन
दोनों धर्मगुरूओं मुलाकात कई लोगों को नागवार गुजरी , बल्कि हैदराबाद सांसद औवेसी ने तो मुस्लिम धर्मगुरू डां इलियासी को हालात से वाकिफ ना होना बताया हैं । इस मुलाकात पर औवेसी ने काफी नाराजगी जताई , जो बैठक से बात निकली उसे सुन औवेसी भड़क उठे , और उन्होनें धर्मगुरू इलियासी पर सवाल खड़ा कर दिए।
