नेशनल हाईस्पीड रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बुलेट ट्रेन स्टेशन के लिए पुराने और नई साबरमती स्टेशनों के बीच जमीन लेने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है इसके तहत बुलेट ट्रेन स्टेशन पुराने और नए साबरमती स्टेशनों के बीच बनाया जायेगा अधिकारियों का कहना है कि बुलेट ट्रेन शुरू होने के बाद एक दिन में करीब 35 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन होगा। यानी एक दिन में 70 फेरे होंगे।
अधिकारियों का कहना है कि बुलेट ट्रेन की यात्रा साबरमती स्टेशन से शुरू होगी इसके बाद दूसरा स्टेशन अहमदाबाद का कलुपुर होगा। एनएचएसआरसी अधिकारियों ने यह भी बताया कि मुंबई (बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स) और साबरमती के बीच यात्रा में एक फास्ट ट्रेन से 2 घंटे 7 मिनट लगेंगे वहीं औसत गति के साथ रूट के सभी बारह स्टेशन पर रुक कर चलने वाली ट्रेन से यात्रा 2.58 घंटे में पूरी होगी।
अधिकारियों ने बताया, ‘व्यस्ततम घंटों यानी सुबह सात बजे से दस बजे तक और शाम बजे से 9 बजे के दौरान हर घंटे में तीन ट्रेन और हर 20 मिनट में एक ट्रेन चलेगी। वहीं बाकी समय में एक घंटे में दो ट्रेनें रवाना होंगी। बुलेट ट्रेन में शुरुआत में यात्रियों की क्षमता 750 प्रति ट्रेन होगी जिसे बाद में बढ़ाकर 1250 प्रति ट्रेन कर दिया जाएगा।
एनएचएसआरसी ऑपरेशंस अधिकारियों ने बताया कि रेलवे जल्द ही कंटेनर और लोकोमोटिव वर्कशॉप को शिफ्ट करने के लिए एक टेंडर जारी करेगा, ताकि एलिवेटिड स्टेशन के लिए रास्ता बनाया जा सके। बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 350 किमी प्रति घंटा और औसत गति 320 किमी प्रति घंटा तक होगी।
वर्तमान में अहमदाबाद से मुंबई तक ट्रेन के सफर में सात घंटे का समय लगता है जबकि फ्लाइट से यह दूरी एक घंटे में तय हो जाती है। वहीं हर दिन दोनों शहरों के बीच करीब 20 ट्रेनों का आवागमन होता है। दोनों शहरों के बीच 10 फ्लाइट्स भी हैं। एनएचएसआरसी अधिकारी ने बताया, ‘हम एक दिन में दोनों तरफ से 35 जोड़ी बुलेट ट्रेन सेवाओं की योजना बना रहे हैं यानी एक दिन में 70 ट्रिप होंगी।’
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