मध्य प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं. भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा. भगवा पार्टी ने चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं को ग्राउंड जीरो पर उतार दिया है. नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय जैसे दिग्गजों को टिकट दिया गया है. वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़ेंगे या नहीं, ये चर्चा का विषय बना हुआ है. कई तरह की खबरें सामने आ रही है. कुछ मीडिया संगठन कह रहे हैं कि सिंधिया ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. सिंधिया भी इन खबरों के बाद सामने आए और कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार नहीं किया है.
गौरतलब है कि भाजपा ने बीते दिनों कई सांसदों को टिकट देकर सभी हो हैरान कर दिया था. तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि मीडिया का एक वर्ग दावा कर रहा है कि उन्होंने गुरुवार देर रात सीएम शिवराज सिंह चौहान के आवास पर एक बैठक के दौरान विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. सिंधिया ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार नहीं किया है.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार (13 अक्टूबर) को एक आधिकारिक बयान में कहा, कुछ मीडिया संगठन ऐसी खबरें चला रहे हैं कि मैंने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है, जो पूरी तरह से गलत है. हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं. बता दें कि मध्य प्रदेश की राजनीति में सिंधिया का दबदबा हैं. उनके भाजपा में आने भर से राज्य में कांग्रेस की सरकार गिर गई थीं.
भाजपा के ये सांसद लड़ेंगे चुनाव
नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, राकेश सिंह, गणेश सिंह, उदयप्रताप सिंह और रीति पाठक.