लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ को फैलने से रोकने के लिए संसद भवन परिसर में की गई तैयारियों का जायजा लिया।
इस अवसर पर श्री बिरला ने कहा, ‘‘ संसद भवन परिसर में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। ’’
उन्होंने कहा कि इस रोग की रोकथाम के लिए संसद भवन परिसर में आने वाले मीडियाकर्मियों और आगंतुकों सहित सभी अधिकारियों और अन्य लोगों को समुचित रूप से साफ-सफाई रखने और एक दूसरे से उचित दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस रोग की रोकथाम के लिए जागरुकता और संयम बहुत आवश्यक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी देशवासियों के सामूहिक प्रयासों से देश में कोरोना वायरस का मुकाबला कर लिया जाएगा।
इसके बाद अपने कक्ष में हुई एक बैठक के दौरान श्री बिरला ने संसद में काम कर रही नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद और संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों को संसद भवन परिसर में और इसके आस-पास साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निदेश दिए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई और स्वच्छता को उच्चतम प्राथमिकता दिए जाने की जरूरत है और इसके लिए जरूरी सभी उपकरणों का सही ढंग से रखरखाव किया जाए।
श्री बिरला ने इस बात पर त्रोर दिया कि आने वाले सप्ताहांत में पूरे संसद भवन परिसर को साफ-सुथरा करने और संक्रमणमुक्त रखने के लिए व्यापक प्रयास किए जाएंगे।
इससे पहले, श्री बिरला ने आज लोकसभा की कार्यवाही के दौरान टिप्पणी की कि कोरोना वायरस का मु़काबला करने में संसद देशवासियों के साथ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द, मोदी के कल देश के नाम दिए गए अपने विशेष संदेश में रविवार, 22 मार्च 2020 को ‘जनता क़र्फ्यू’ का आह्वान किए जाने का समर्थन किया।
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘ इस संकट की घड़ में देशवासी एकजुट हैं।’’ श्री बिरला ने यह भी कहा कि हमें डरना या घबराना नहीं है और हम सभी को हमेशा सावधान रहना चाहिए।
उन्होंने अपने एक ट््वीट में यह टिप्पणी की, ‘‘कोरोना वायरस से खुद को बचाने के लिए व्यक्तिगत रूप से साफ-सफाई सुनिश्चित करना और संयम बरतना बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस महामारी बन गया है, इसलिए राजनीतिक सम्बद्धता को ध्यान में न रखते हुए हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति और संयुक्त प्रयासों से ही सभी देशवासियों का अच्छा स्वास्थ्य और उनकी भलाई सुनिश्चित होगी। ’’
इस संदर्भ में श्री बिरला ने कोरोना वायरस को समाप्त करने के लिए आवश्यक तैयारियों का जायजा लेने के लिए 17 मार्च को केन्द, सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी।