महिला आरक्षण विधेयक एक ऐसा कानून है जो महिलाओं को राजनेता बनने के अधिक अवसर देगा। इस कानून का असर 2029 में होने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर यह कानून अभी पास हो गया तो 2029 में महिलाएं विशेष सीटों पर सांसद बन सकेंगी। सिर्फ उनके लिए आरक्षित।
यही अकेला रास्ता भी है
गुरुवार को राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया। नड्डा ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि यदि बिल पास नहीं किया जा सका तो 2029 में भी महिलाएं चुनकर नहीं आ सकेंगी। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यही सबसे छोटा रास्ता है और यही अकेला रास्ता भी है, इसलिए इसी रास्ते से हमें जाने की आवश्यकता है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नड्डा को टोका। खड़गे ने कहा कि मैं कबीर का एक दोहा पढ़ता हूं कल करे सो, आज कर, आज करे सो अब, पल में प्रलय होगी तो कार्य करोगे कब।
यहां स्पष्ट करना चाहता हूं
खड़गे ने कहा कि जब पंचायत, जिला पंचायत एक्ट से महिलाओं को आरक्षण मिला तो फिर केंद्र सरकार द्वारा लाया गया महिला आरक्षण तुरंत लागू क्यों नहीं हो रहा। खड़गे ने भाजपा अध्यक्ष से कहा कि आप महिलाओं को अभी आरक्षण दीजिए, हम इसमें सहयोग के लिए तैयार हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि मैं यहां स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी की नियत यहां कोई राजनीतिक लाभ लेना नहीं है। हमारा उद्देश्य महिलाओं का सही मायने में सशक्तीकरण करना है। अगर हमको राजनीतिक लाभ लेना होता तो हम कह देते कि इसे हम अभी कर लेंगे।
पीएम मोदी जो काम करते हैं
नड्डा ने कहा कि यही एकमात्र रास्ता है और यही सबसे छोटा रास्ता भी है। इस पर विपक्ष ने 'नो-नो' कहना शुरू कर दिया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार नियम-कानून से चलती है। नियम-कायदों के अपने दायरे होते हैं। पीएम मोदी जो काम करते हैं, वह पक्का काम करते हैं कच्चा नहीं करते। नड्डा ने कहा कि मैं यहां यह बताना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी महिलाओं को सदैव सम्मान देने में अग्रसर रही है। लोकसभा में हमारी 42 और राज्यसभा में 14 महिला सांसद हैं। 10 केंद्रीय मंत्री हैं।