मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्र सरकार पर रेलवे की एसी सेवा शुरू करने को लेकर निशाना साधा। उन्होंने मोदी सरकार को जन विरोधी बताते हुए कहा कि कोरोना महामारी में केवल वातानुकूलित ट्रेन चलाकर मजदूरों का शोषण कर रही है।
The decision to resume only AC train service on selected routes is elitist & anti-people. It’s the poor & not so well-off who need it the most, who use it the most. This speaks volumes about the apathy & disdain with which Modi govt treats the average Indian & at a time like this pic.twitter.com/g7JLIKus6I
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) May 11, 2020
येचुरी ने ट्वीट कर कहा कि “चयनित मार्गों पर केवल एसी ट्रेन सेवा फिर से शुरू करने का निर्णय अभिजात्य वर्ग के लिए है और यह निर्णय जन विरोधी हैं। इस समय गरीबों और जरूरतमंदों को इसकी सबसे अधिक जरूरत है जो इसका सबसे अधिक उपयोग करते हैं। यह दिखाता है कि सरकार किस तरह से एक औसत भारतीय के साथ इस समय उदासीनता और तिरस्कार जैसा व्यवहार कर रही है।’’
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येचुरी ने कहा कि रेलवे कुछ चुनिंदा मार्गों पर 12 मई से रेलगाड़यां चला रही है। यह केवल उच्च वर्गों के लिए है और जन विरोधी फैसला है। उन्होंने सरकार पर मजदूरों के साथ उदासीनता बरतने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि मजदूरों को फैक्टरियों में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है और काम के घंटे आठ से बढ़कर 12 घंटे कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकारी गोदाम अनाजों से भरे है लेकिन दूसरी तरफ गरीबों को खाने के लिए अन्न नही है। इस तरह लॉकडाउन में उनके साथ अन्याय किया जा रहा है।