योग गुरु स्वामी रामदेव ने शनिवार को कहा कि भारत के प्राचीन योग और आयुर्वेद में कोरोना वायरस और उसके आने वाले किसी भी स्ट्रेन से निपटने की शक्ति है। स्वामी रामदेव ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पतंजलि विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर के उद्घाटन एवं प्रथम दीक्षांत समारोह की पूर्वसंध्या पर यूनीवार्ता से अपने नये विश्वविद्यालय के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि यहां संपूर्ण वैदिक ज्ञान - विज्ञान के साथ आधुनिक विज्ञान, तकनीक के बारे में संपूर्ण ज्ञान प्रदान किया जाएगा।
भारत दुनिया में एक नये युग का सूत्रपात होगा
उन्होंने कहा कि प्राच्य विद्याओं और आधुनिक विज्ञान का यह दुनिया का सबसे बड़ शिक्षण संस्थान होगा जहां बच्चों को श्रेष्ठ मानवीय संस्कारों के साथ आधुनिक शिक्षा प्राप्त होगी और इस तरह से न केवल भारत बल्कि दुनिया में एक नये युग का सूत्रपात होगा। उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष दस शिक्षण संस्थानों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि भारत के प्राचीन योग और आयुर्वेद के ज्ञान ने संसार को दिखा दिया है कि यह बड़ से बड़ असाध्य रोगों का उपचार करने में सक्षम है।
नये स्ट्रेन से भी योग और आयुर्वेद ही बचाएगा
कोरोना वायरस के संक्रमण से भी आयुर्वेदिक दवा द्वारा इम्यूनिटी बढ़ कर तमाम लोगों को बचाया जा सका है। इस नये विश्वविद्यालय में भी योग, आयुर्वेद, नेचुरोपैथी, पंचकर्म आदि प्राचीन ज्ञान के साथ सर्जरी एवं कुछ मात्रा में एलोपैथिक जीवनरक्षक दवा को मिला कर एक ‘‘इंटीग्रेटेडपैथी’’ विकास किया गया है। इसे भी बच्चों को पढ़या जाएगा। कोरोना के नये स्ट्रेन के खौफ के बारे में चर्चा करने पर स्वामी रामदेव ने कहा कि नये स्ट्रेन से भी योग और आयुर्वेद ही बचाएगा। यह काम इम्यूनिटी बढ़ने से ही होगा। अफ्रीकी वैरिएंट हो या भविष्य में कोई भी वैरिएंट आये, दुनिया को हम ही बचा सकते हैं और हम बचाएंगे।