यूपी के देवरिया में छह लोगों की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में लापरवाह राजस्वकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। मुख्यमंत्री ने 1 उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्राधिकारी, 2 तहसीलदार, 3 लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 थाना प्रभारी निलंबित कर दिया है।
गुरुवार को घटना की गहन समीक्षा करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोषी कोई भी हो, हर एक पर कार्रवाई की जाएगी। 2 अक्टूबर को हुई इस घटना के वक्त मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर में थे। घटना की जानकारी होते ही उन्होंने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार को हेलीकॉप्टर से तत्काल देवरिया भेजा था।
गुरुवार को शासन ने इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश की। जिसमें देवरिया कांड में दोषी कर्मचारी, अधिकारी की घोर लापरवाही और कर्तव्यपालन में शिथिलता मुख्यमंत्री के संज्ञान में आई। शासन की रिपोर्ट में जनपद देवरिया की तहसील एवं थाना रूद्रपुर स्थित ग्राम फतेहपुर में घटित घटना के संबंध में दोषी कर्मचारी, अधिकारी की घोर लापरवाही एवं कर्तव्यपालन में शिथिलता संज्ञान में आई है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारियों, कर्मचारियों पर कार्रवाई निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल निलंबित किया जाए। पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला एवं संजीव कुमार उपाध्याय के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के लिए कहा गया है। सेवानिवृत्त तहसीलदार वंशराज राम एवं सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक रामानन्द पाल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) को अतिरिक्त आरोप पत्र जारी किया जाए। रामाश्रय तत्कालीन तहसीलदार, सम्प्रति तहसीलदार जनपद बलरामपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई संस्थित की जाए तथा केशव कुमार तहसीलदार रूद्रपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की जाए। विशाल नाथ यादव (राजस्व निरीक्षक), राजनन्दनी यादव (क्षेत्रीय लेखपाल), अखिलेश (लेखपाल) को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की जाए। हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी/उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे व प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू हो। पूर्व में आईजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिए उत्तरदायी का. कैलाश पटेल, कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव एवं उ.नि. सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, रूद्रपुर को निलंबित किया जाए तथा तत्कालीन क्षेत्राधिकारी, रूद्रपुर दिनेश कुमार सिंह यादव के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाए।
देवरिया में हुई थी 6 लोगों की हत्या
बता दें कि जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के टोला लेहड़ा में 2 अक्टूबर को सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई थी। इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्य प्रकाश के घर में घुस कर मौजूद सभी 6 लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया. चंद मिनटों में सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी दो बेटी एक बेटा समेत पांच सदस्यों की निर्मल हत्या कर दी गई थी।