J&K: कश्मीर में 11 अक्टूबर को अपनी जान गंवाने वाले अग्निवीर अमृतपाल सिंह को अंतिम संस्कार के दौरान सेना की तरफ से 'गार्ड ऑफ ऑनर' ना दिए जाने को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर है। बता दें एक बार फिर अग्निवीर योजना को लेकर बहस होने लगी है।अब किरण चौधरी ने अग्निवीर जवान को शहीद का दर्जा नहीं दिए जाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
देश के जवानों के प्रति इतनी असंवेदनशीलता और निर्लजता क्यों?- किरण
आपको बता दें किरण चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि देश के जवानों के प्रति इतनी असंवेदनशीलता और निर्लजता क्यों? 19 साल की उम्र में शहादत देने वाले अग्निवीर को शहीद का दर्जा भी नहीं. क्या अग्निवीर भारतीय सेना का हिस्सा नहीं है? बेहद शर्मनाक है कि एक अग्निवीर को सरकार शहीद का दर्जा भी नहीं दे सकी। सेना की सलामी भी नहीं मिली. मां-बाप कंधों पर पार्थिव शरीर लेकर गए।मैं पूछती हूं सरकार क्या इसलिए अग्निवीर योजना लेकर आई थी? क्या पंजाब का अमृतपाल सेना का जवान नहीं था? क्या माता-पिता को शहादत पर गर्व करने का हक भी नहीं दिया जाएगा? क्या सरकार हमारी सेनाओं के प्रति इतनी असंवेदनशील हो गई है? क्या यह हमारे वीर जवानों की शहादत का अपमान नहीं है?
अमृतपाल जी को तो सरकारी सम्मान नहीं दिया- प्रभारी कुमारी
तो वहीं, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व छतीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा ने भी अग्निवीर अमृतपाल सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर' ना दिए जाने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। शैलजा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि बेहद दुखद एवं शर्मनाक! क्या अग्निवीर भारतीय सेना का हिस्सा नहीं? देश के लिए शहीद होने वाले अमृतपाल जी को न तो सरकारी सम्मान दिया गया, न ही Army की कोई Unit वहां आई। क्या सरकार ने अग्निवीरों की भर्ती के समय हो रहे आंदोलनों का दमन करके भर्ती प्रक्रिया इसी दिन के लिए पूर्ण की थी? हमारे देश के जवान जब शहीद होते हैं।