Jammu & Kashmir: गंदेरबल आतंकी हमले के बाद पुलवामा में आतंकियों ने मजदूर को मारी गोली
Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में गुरुवार सुबह आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को गोली मारकर घायल कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि बिजनौर निवासी शुभम कुमार को बटागुंड गांव में आतंकवादियों ने गोली मार दी, जिससे उसके हाथ में गोली लग गई।
आतंकियों ने मजदूर को मारी गोली
गुरुवार को आतंकियों ने पुलवामा जिले के बटगुंड त्राल इलाके में एक मजदूर को गोली मारकर घायल कर दिया। यह घटना जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में आतंकी हमले में एक डॉक्टर और छह निर्माण मजदूरों की हत्या के कुछ दिन बाद हुई है। घायल मजदूर की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी प्रीतम सिंह के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाकर्मी इलाके में पहुंचे। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
डॉक्टर और छह निर्माण मजदूरों की हत्या
20 अक्टूबर को गंदेरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकियों ने हमला कर एक डॉक्टर और छह निर्माण मजदूरों की हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने उस समय हमला किया जब मजदूर और अन्य कर्मचारी गंदेरबल के गुंड में अपने शिविर में लौट रहे थे। इस घटना ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है क्योंकि यह आतंकियों द्वारा लक्षित हत्या थी।
सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया
एनसी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हमले की निंदा करते हुए इसके लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। फारूक अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, "यह हमला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। अप्रवासी गरीब मजदूरों और एक डॉक्टर ने अपनी जान गंवा दी। आतंकवादियों को इससे क्या मिलेगा? क्या उन्हें लगता है कि वे यहां पाकिस्तान बना पाएंगे? हम इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम दुख से आगे बढ़ सकें।" उन्होंने यह भी कहा कि वह पाकिस्तान के नेतृत्व को बताना चाहते हैं कि अगर वे भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं तो उन्हें आतंकवाद को खत्म करना होगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों को सम्मान के साथ जीने और सफल होने देना होगा। "मैं पाकिस्तान के नेतृत्व को बताना चाहता हूं कि अगर वे भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं तो उन्हें इसे खत्म करना होगा। 'कश्मीर पाकिस्तान नहीं बनेगा।' हमें सम्मान के साथ जीने दें और सफल होने दें। अगर वे 75 साल तक पाकिस्तान नहीं बना पाए तो अब यह कैसे संभव होगा? आतंकवाद को खत्म करने का समय आ गया है, अन्यथा परिणाम बहुत गंभीर होंगे। अगर वे हमारे निर्दोष लोगों को मारते रहेंगे तो बातचीत कैसे होगी?"
(Input From ANI)