अनंतनाग हमले में चार सेना के जवानों की आतंकियों से मुठभेड़ में जान चली गई है, बता दें कि 12 सितंबर 2023 की सुबह जिस समय कश्मीर में सभी लोग सो रहे थे, उसी वक्त खुफिया एजेंसी को एक खबर मिली, जो जासूस आंतकवादियों को सूचना देने का काम कर रहा था, जो पुलिस के लिए नहीं बल्कि आतंकियों से मिला था, उस जासूस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस तक खबर पहुंचाई कि कोकेरनाग के जंगल में एकदम सटीक लोकेशन पर आतंकवादी संगठन लश्कर के दो खूंखार आतंकवादी छुपे है। जी हां यह वही मुखबिर है जो आतंकवादियों को बता रहा था कि आर्मी, पुलिस कब आ रही है उसमें आतंकियों को यह भी बता दिया था की टीम कैसे और कितनी संख्या में आ रही है? वह पुलिस का मुखबिर नहीं बल्कि आतंकियों का एक एजेंट था।
अनंतनाग में आतंकियों के हमले में शहीदों की संख्या बढ़ी