कश्मीर में कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए लगातार 36वें दिन लागू प्रतिबंध जारी रहा। बताया जा रहा है कि कुछ कुछ जगहों पर प्रतिबंध के उल्लंघन के मद्देनजर अधिकारी लॉकडाउन को सुदृढ़ बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने पर विचार कर रहे हैं। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने कहा कि घाटी के बाजार बंद हैं और सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों से नदारद हैं। केवल फार्मेसी और राशन की दुकानें खुली हुई हैं।।उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने घाटी में अधिकांश स्थानों पर मुख्य सड़कों को बंद कर दिया है और लॉकडाउन में लोगों की अनावश्यक आवाजाही की जांच करने के लिए कई स्थानों पर बैरियर लगाए गए है।
प्रशासन ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों सहित आवश्यक सेवाओं को प्रतिबंधों से मुक्त कर दिया गया है और केवल वैध आवाजाही पास वाले व्यक्तियों को ही जाने की अनुमति है। लॉकडाउन सुनिश्चित करने के लिए घाटी में घोषित संक्रमण प्रभावित क्षेत्र या रेड जोन को सील कर दिया गया है।
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कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को देश भर में लॉकडाउन की घोषणा की थी जबकि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 22 मार्च से 31 मार्च तक राज्य में लॉकडाउन लागू कर दिया था। हालांकि इसके पहले 19 मार्च को घाटी के कई हिस्सों में प्रतिबंध लगाए गए थे। घाटी में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद यह उपाय किए गए थे।
अधिकारियों ने कहा कि कुछ स्थानों पर हो रहे उल्लंघन के मद्देनजर लॉकडाउन को मजबूत करने के लिए प्रशासन महत्वपूर्ण निर्णय लेने पर विचार कर रहा है। श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि शहर में लॉकडाउन को और प्रभावी करने के लिए आने वाले दिनों में नगर प्रशासन कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें लॉकडाउन तोड़ने वाले लोगों के बारे में लगातार जानकारी और तस्वीरें मिल रही हैं।