जम्मू : पाकिस्तानी सेना ने जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय चौकियों और बस्तियों को निशाना बना कर रातभर गोलीबारी की। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज बताया कि पिछले चार दिनों से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम उल्लंघन कर रहा है जिसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और कुछ अन्य घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने करीब मध्यरात्रि को अरनिया सेक्टर में भारतीय चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके जवाब में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी गोलीबारी की। अधिकारी ने कहा, गोलीबारी आज सुबह छह बजकर 45 मिनट पर रूकी। अधिकारी ने बताया कि साई, त्रेवा और जबाउल गांवों में पाकिस्तान की गोलीबारी में एक मंदिर, दो मकान और तीन गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है। रातभर हुई गोलीबारी में तीन मवेशी भी मारे गए।
पाकिस्तानी सेना ने अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कल भी गोलीबारी की थी जिसमें बीएसएफ जवान बिजेंदर बहादुर शहीद हो गए थे और एक गांववासी भी घायल हो गया था। बृहस्पतिवार को बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए थे जबकि जम्मू और पुंछ जिले में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की बिना उकसावे की गोलीबारी में तीन भारतीय जवान घायल हो गए थे।
भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार, इस साल पाकिस्तानी सेना की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि हुई है। एक अगस्त तक पाकिसतान सेना ने 285 बार संघर्षविराम उल्लंघन किया है जबकि 2016 में पूरे साल ऐसी 228 घटनाएं दर्ज की गई थीं।
सेना ने आतंकवादियों के शवों का अपमान करने वाले वीडियो पर लिया संज्ञान
सेना ने उस वीडियो पर संज्ञान लिया है जिसमें जवान मुठभेड़ में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों के शवों का अपमान करते दिखाई दे रहे हैं। श्रीनगर के बाहरी इलाके नौगाम के अरीबाग क्षेत्र में यहां बृहस्पतिवार को मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबू इस्माइल और उसका साथी अबू कासिम मारा गया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें जवान आतंकवादियों के शवों का अपमान करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में शवों को मुठभेड़ स्थल से घसीटते हुए दिखाया जा रहा है।
श्रीनगर स्थित रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, सेना ने वीडियो पर संज्ञान लिया है और इस पर उचित कार्वाई की जाएगी। इस्माइल 10 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को लेकर आ रही बस पर हमले का मास्टरमाइंड था। वह और कासिम बृहस्पतिवार को सेना के साथ संक्षित मुठभेड़ में मारे गए। अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में आठ लोग मारे गए थे।