गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिलेे में सीआरपीएफ के जवानों का काफिले पर आतंकी हमला किया गया। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों ने अपनी जान दे दी और शहीद हो गए। 14 फरवरी को सीआरपीएफ जवानों के काफिले जा रहे थे जिसमें 78 वाहन थे और उसमें 2545 जवान थे और उनमें से ज्यादातर तो अपने घर से छुट्टियां बिता कर लौटे थे और अपनी-अपनी पोस्टिंग पर जा रहे थे।
जहां एक तरफ पूरा देश इस आतंकी हमले का शोक मना रहा है तो वहीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का एक छात्र इस हमले पर मजाक कर रहा है। एएमयू के इस छात्र का नाम बसीम हिलाल है और इसने इस धमाके पर ट्वीट किया था जिसके बाद से निलंबित कर दिया है।
बसीम हिलाल ने शहीदों की शहादत का मजाक उड़ाया
इतना ही नहीं इस छात्र के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दी है। बसीम हिलाल ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद ही ट्विटर पर ट्वीट करते हुए मजाक उड़ाया था। बता दें कि बसीम हिलाल के खिलाफ अलीगढ़ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 153 यानी धर्म, नस्ल, जन्म, स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच में दुश्मनी को बढ़ावा देने को और आईटी एक्ट की धारा 67ए मतलब इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों पर आपत्तिजनक सामग्री प्रकाशित करना इन धाराओं के तहत केस दर्ज कर दिया है।
खबरों के अनुसार, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रशासन ने इस ट्वीट के बाद बसीम हिलाल को निलंबित कर दिया है। बसीम हिलाल ने ट्वीट करते हुए लिखा था,‘How’s the jaish? Great Sir. #Kashmir #Pulwama’। हिलाल का यह ट्वीट जैसे ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ उसके बाद ही उसने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया। लेकिन उसका यह ट्वीट स्क्रीन शॉट केजरिए सोशल मीडिया पर अभी भी है।
एएमयू से किया बसीम हिलाल को निलंबित
खबरों के मुताबिक, विश्वविद्यालय के प्रशासन ने बसीम हिलाल के कैंपस में आने के लिए भी रोक लगा दी है। बसीम हिलाल बीससी गणित का छात्र है। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी ओमर सलीम पीरजादा ने बीते शुक्रवार को द वायर से बातचीत करते हुए कहा कि वह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ट्वीट से अवगत हैं इस प्रकार का कोई भी ट्वीट बर्दाशत नहीं किया जा सकता है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
यहां पढ़ें ये ट्वीट
ओमर सलीम पीरजादा ने आगे कहा कि हमने बसीम हिलाल को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच होने तक उसे कैंपस में नहीं आने दिया जाएगा। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए 44 जवानों और उनके पूरे परिवार के साथ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय खड़ा है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माण में हमेशा सहयोगी रहा है और हम अपने छात्रों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं। हम अन्य छात्रों से यह उम्मीद करते हैं कि वह इस तरह से आपत्तिजनका पोस्ट सोशल मीडिया पर नहीं करें।
इससे पहले भी एएमयू से साल 2016 में एक और छात्र मुदस्सर युसूफ को भी निलंबित कर दिया था। उन्होंने भी कश्मीर में उड़ी में हुए आतंकी हमले पर ऐसा ही आपत्तिजनक ट्वीट किया था जिसके बाद उसे भी निलंबित कर दिया था।