जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादी हमले में घायल हुए नेपाली मजदूर की मंगलवार को अस्पताल में मौत हो गई। 3 नवंबर को अनंतनाग में बोंडियालगाम में साबिर अब्दुल्ला पब्लिक स्कूल के अंदर आतंकवादियों ने दो प्रवासी श्रमिकों को गोली मार दी थी। जिसमें एक नेपाल का और दूसरा बिहार का रहने वाला था।
एक अधिकारी ने कहा कि इस माह की शुरूआत में अनंतनाग में बोंडियालगाम में साबिर अब्दुल्ला पब्लिक स्कूल के अंदर तीन नवंबर को आतंकवादियों ने दो प्रवासी श्रमिकों को गोली मार दी थी। उन्हें गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 12वें दिन मंगलवार शाम को नेपाल के श्रमिक तेज बहादुर की मौत हो गयी और बिहार का एक अन्य श्रमिक बेकुराम का उपचार जारी है।
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उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला था कि दोनों मजदूरों को आतंकवादियों ने किसी काम में शामिल होने के लिए बाहर बुलाया था। बाहर निकलते ही उन पर पिस्तौल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष आतंकवादियों ने गैर स्थानीय श्रमिकों और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर भी कई हमले किए हैं।
उन्होंने पिछले एक साल में सात गैर-स्थानीय श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी है जबकि 12 से अधिक घायल हुए हैं। इसके अलावा, आतंकवादी इस साल अब तक तीन कश्मीरी हिंदुओं और दो गैर मुस्लिमों की हत्या कर चुके हैं। इस बीच, मंगलवार शाम श्रीनगर के बाहरी इलाके सौरा में एक गैर स्थानीय मजदूर का शव मिला।
पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह अप्राकृतिक मौत लगती है। पुलिस ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 174 के तहत जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।