जम्मू-कश्मीर में इस साल सेना ने 100 सफल अभियानों को अंजाम दिया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने 182 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। जिसमें दहशतगर्दों के 44 टॉप कमांडर भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने आज इस साल में आतंकियों के खिलाफ हुई कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताते हुए यह जानकारी दी।
डीजीपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रदेश में 2021 में 100 सफल अभियानों में 44 शीर्ष आतंकवादी समेत कुल 182 आतंकवादी मारे गए। उन्होंने यह भी कहा कि इस साल केंद्र शासित प्रदेश में 134 युवा आतंकवादी संगठनों में भर्ती हुए जिनमें से 72 मारे गए और 22 को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल घुसपैठ की घटनाओं में कमी आयी, केवल 34 आतंकवादी ही घुसपैठ कर पाए। इसके अलावा पंथा चौक पर एक पुलिस बस पर हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के नौ आतंकवादी पिछले 24 घंटे में माऐ गए।’’
हैदरपुरा अभियान पर उठे सवालों पर DGP का जवाब
डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘‘हमने स्पष्ट कर दिया है कि हैदरपुरा अभियान पूरी तरह पारदर्शी था। अगर उनके पास कोई सबूत हैं, तो उसे जांच समिति के समक्ष पेश करना चाहिए।’’ स्थानीय पुलिस की जांच के खिलाफ राजनीतिक नेताओं की टिप्पणियों के बारे में सिंह से सवाल किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इन टिप्पणियों से बेहद आहत महसूस कर रहे हैं।’’ शीर्ष पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि राजनेताओं की टिप्पणियां गैरकानूनी हैं और कानून इस मामले में अपना काम करेगा।