जम्मू-कश्मीर में पिछले 48 घंटों से रुक-रुक कर भारी बर्फबारी हो रही है। इसी वजस से बुधवार सुबह यहा का मौसम खराब रहा। दोपहर से मौसम में सुधार होगा। भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। यह जानकरी मौसम विभाग ने दी।
घाटी के मैदानों में जमीन पर 2 फीट से ज्यादा बर्फ जम गई है, जबकि जम्मू और कश्मीर के उंचे इलाकों में पिछले 48 घंटों के दौरान हुई बर्फबारी से 4 फीट बर्फ जम गई है। श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग बुधवार को भी लगातार चौथे दिन बंद रहा। वहीं श्रीनगर हवाई अड्डे से दूसरे दिन भी कोई फ्लाइट संचालित नहीं हुई। घाटी की मुख्य सड़कों को यातायात के लिए खोलने के लिए तेजी से काम चल रहा है।
साथ ही अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों का बाहर से संपर्क कटा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति में रुकावट आने से लोगों के लिए मुश्किलें हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा है, “आज दोपहर से मौसम की स्थिति में सुधार होगा और अगले कुछ दिनों के दौरान मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। इससे दिन का तापमान बढ़ेगा लेकिन रात में तापमान काफी कम रहेगा।”
बता दें कि 40 दिन की भीषण ठंड वाली अवधि ‘चिल्लई कलां’ 31 जनवरी को खत्म होनी है। इस दौरान बुधवार को श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 0.9, पहलगाम में माइनस 1.2 और गुलमर्ग में माइनस 3.5 दर्ज किया गया। कारगिल में रात में न्यूनतम तापमान माइनस 11.6 और द्रास में न्यूनतम तापमान माइनस 8.6 रहा। जम्मू शहर में दिन का सबसे कम तापमान 12.1, कटरा में 9.2, बटोटे में 3.2, बेनिहाल में 0.2 और भद्रवाह में 2.2 रहा।