जम्मू-कश्मीर में भविष्य में भी भाजपा सरकार का हिस्सा होगी क्योंकि राज्य में कभी भी सत्ता में नहीं होने का ”अपशकुन” खत्म हो गया है। यह बात शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कही। राज्य में पार्टी मामलों के प्रभारी माधव का बयान जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ भाजपा का गठबंधन टूटने के कुछ महीने बाद आया है।
भाजपा के महबूबा मुफ्ती सरकार से 19 जून को अलग होने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लगाया गया था। राम माधव ने कहा, ”मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि जम्मू-कश्मीर में अब जब कभी सरकार बनेगी तो भाजपा उसका हिस्सा होगी।” उन्होंने कहा, ”अपशकुन खत्म हो गया है।”
कश्मीर में राज्यपाल शासन जारी रखने के पक्ष में भाजपा : राम माधव
राम माधव का बयान घाटी की उनकी यात्रा के बाद आया है। इसने जम्मू कश्मीर में सरकार गठन के बारे में अटकलों को हवा दी है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि भाजपा जब सत्ता में आएगी तो वह जम्मू-कश्मीर को नयी दिशा में ले जाने के लिए काम करेगी। जून में गिर गई पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी- भारतीय जनता पार्टी सरकार के बारे में राम माधव ने कहा कि कठिनाइयां थीं लेकिन कुछ उपलब्धियां हासिल हुईं।
उन्होंने कहा, ”हम काफी काम करना चाहते थे। लेकिन जब हमने सोचा कि हमारे मुताबिक चीजें नहीं हो रही हैं तो हम (सरकार से) बाहर आ गए।” उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्षों से अलगाववाद की भावना और पिछले 30 वर्षों से आतंकवाद ने राज्य की प्रगति में बाधा डाली है।
राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पार्टी के सत्ता में नहीं होने के बावजूद सुरक्षा स्थिति से निपटने के लिए अपनाई गई चौतरफा नीति जारी रहेगी। उन्होंने कहा, ”कश्मीर कहीं नहीं जाएगा। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।”