जम्मू-कश्मीर में नए निर्वाचन क्षेत्र बनाने के लिए जानकारी एकत्र करने के उद्देश्य से परिसीमन आयोग छह जुलाई से नौ जुलाई के बीच जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा और केंद्रशासित प्रदेश के राजनीतिक दलों, जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ वार्ता करेगा। परिसीमन आयोग प्रशासनिक अफसरों और आईजी के साथ भी बैठक करेगा।
चुनावी पैनल की बैठक के बाद यह फैसला किया गया, जिसकी अध्यक्षता परिसीमन आयोग की अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंजना प्रकाश देसाई और मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने की। निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने यहां जारी एक बयान में कहा कि आयोग को उम्मीद है कि सभी पक्ष इस कार्य में सहयोग करेंगे और उपयोगी सुझाव देंगे, ताकि परिसीमन का काम समय पर पूरा हो सके। जम्मू-कश्मीर के संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निधारण की जिम्मेदारी परिसीमन आयोग को सौंपी गई है।
सूत्रों का कहना है आयोग की सांसदों के साथ बैठक भी जल्द होगी। एसोसिएट सदस्य के रूप में भाजपा के सांसद डा. जितेंद्र सिंह व जुगल किशोर शर्मा तथा नेकां के डा. फारूक अब्दुल्ला, हसनैन मसूदी व मोहम्मद अकबर लोन हैं। आयोग की पिछली बैठक से नेकां सांसद अलग रहे थे, लेकिन हाल में पार्टी ने स्पष्ट किया है कि उसे परिसीमन से कोई एतराज नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगली बैठक में वे शामिल हो सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी राजनीतिक दलों से परिसीमन में सहयोग की अपील की थी।
सूत्रों का कहना है आयोग की सांसदों के साथ बैठक भी जल्द होगी। एसोसिएट सदस्य के रूप में भाजपा के सांसद डा. जितेंद्र सिंह व जुगल किशोर शर्मा तथा नेकां के डा. फारूक अब्दुल्ला, हसनैन मसूदी व मोहम्मद अकबर लोन हैं। आयोग की पिछली बैठक से नेकां सांसद अलग रहे थे, लेकिन हाल में पार्टी ने स्पष्ट किया है कि उसे परिसीमन से कोई एतराज नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगली बैठक में वे शामिल हो सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी राजनीतिक दलों से परिसीमन में सहयोग की अपील की थी।