श्रीनगर में सुरक्षा बलों की कथित कार्रवाई में 12 लोगों के घायल होने की घटना के विरोध में कारोबारियों के बंद के कारण अधिकांश पुराने इलाकों में आज कारोबार व अन्य गतिविधियां ठप रही।
पुलिस ने कहा कि श्रीनगर के पुराने शहर में जामिया मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद मस्जिद के बाहर प्रदर्शनकारियों के साथ सुरक्षा बलों के संघर्ष में दो अधिकारी समेत कई अन्य जवान घायल हो गये इसके बाद भी सुरक्षा बलों ने संयम बरता।
पुलिस ने कहा कि पवित्र रमजान महीने के दूसरे शुक्रवार को इस इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया था।
नरमपंथी हुर्रियत कांफ्रेस के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने आरोप लगाया कि पुराने श्रीनगर में जामिया मस्जिद इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के चलते इलाके में आंदोलन और तनाव उत्पन्न हुआ।
जामिया मार्केट, राजौरी कादल, नौहट्टा, गोजवाड़, पांदन और ख्वाजा बाजार समेत प्रमुख व्यावसायिक गढ़ में दुकाने तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंदे रहे। हालांकि इस दौरान सभी शैक्षणिक संस्थान, सरकारी कार्यालय और बैंक में काम काज सामान्य रहा। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी सामान्य रही।
मीरवाइज के गढ़ जामिया मस्जिद इलाके में बड़ संख्या में दुकानदार एकत्र होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों ने आरोप लगया कि प्रतिबंध के कारण वे सप्ताह में केवल दो से तीन दिन ही व्यापार कर पा रहे है। गौरतलब है कि शुक्रवार की नमाज के तुरंत बाद सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुआ।
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