जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को संयुक्त सुरक्षा बल के एक अभियान के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए, जिनमें से एक मई में हुई शिक्षिका की हत्या में शामिल था।
सुरक्षाबलों ने शुरू किया तलाशी अभियान
पुलिस ने कहा कि कुलगाम के मिशीपोरा गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सेना के प्रथम आरआर के साथ इलाके की घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही संयुक्त दल उस स्थान की ओर बढ़ा, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे। आतंकवादियों ने तलाशी दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिस पर जवाबी कार्रवाई की गई।
पिछले दो दिनों से सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने की कड़ी मशक्कत
पुलिस ने कहा, हालांकि, छिपे हुए आतंकवादी शुरुआती गोलीबारी के बाद गांव में लगातार अपना ठिकाना बदलने में कामयाब रहे और घेरा तोड़ने की कोशिश की, लेकिन घेरा मजबूती से बरकरार रहा और उन्हें पकड़ने के लिए पिछले दो दिनों से तलाशी चल रही थी।
शिक्षिका रजनी बाला की हत्या में शामिल था आतंकी जुबैर सैफी
पुलिस ने कहा, आज छिपे हुए आतंकवादियों के साथ संपर्क फिर से स्थापित हो गया और मुठभेड़ फिर से शुरू हो गई। मुठभेड़ में एचएम संगठन के अब तक दो आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादी में से एक की पहचान मोहन पोरा कुलगाम के जुबैर सोफी के रूप में हुई है, जो 31 मई को शिक्षिका रजनी बाला की हत्या में शामिल था। दूसरे मारे गए आतंकवादी की पहचान की कोशिश की जा रही है। ऑपरेशन अभी भी जारी है।