जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को 17 वीं सदी के हजरतबल दरगाह में ईद उल जुहा की नमाज के दौरान आज कुछ लोगों ने परेशान किया। दरअसल, दो दिन पहले ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए एक प्रार्थना सभा के दौरान ‘‘भारत माता की जय’’ के नारे लगाए थे।
नेशनल कांफ्रेंस नेता ने परेशान किए जाने के बावजूद अपनी नमाज जारी रखते हुए कहा कि हमारे ही गुमराह लोग ताने मार रहे और उपहास उड़ा रहे हैं।
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हजरतबल दरगाह में मौजूद लोगों के एक समूह से कुछ लोगों ने ‘‘फारूक अब्दुल्ला वापस जाओ’’ और ‘‘हम क्या चाहते, आजादी’’ के नारे लगाए।
नारेबाजी कर रहे युवाओं के एक धड़े ने जब अब्दुल्ला के पास जाने की कोशिश की, तब कुछ लोगों ने मानव श्रृंखला बना कर उन्हें ऐसा करने से रोका। उस वक्त अब्दुल्ला अपने खराब स्वास्थ्य के चलते प्रथम पंक्ति में एक कुर्सी पर बैठे हुए थे।
सुरक्षा बलों ने भी श्रीनगर से लोकसभा सदस्य की सुरक्षा के लिए एक घेरा बनाया।
अब्दुल्ला ने अपने आवास पर लोगों की अगवानी करते हुए कहा, ‘‘मैं आयोजन स्थल से नहीं हटा और नमाज पूरी की। वे लोग मेरे अपने लोग हैं। वे गुमराह लोग हैं और उनके नेता होने के अपने कर्तव्यों से मैं बच नहीं सकता।’’