हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी से उनसे दिल्ली के बजाय यहां पूछताछ करने की मांग की है क्योंकि उनके मन में ‘विद्वेषपूर्ण स्थिति’ में अपनी सुरक्षा को लेकर डर है। एनआईए कश्मीर में हवाला के मार्फत आतंकवादी गतिविधियों के लिये धन मुहैया कराने से जुड़े़ एक मामले की जांच कर रही है।
जांच एजेंसी ने पिछले महीने मीरवाइज उमर फारूक समेत अलगाववादियों के यहां कई छापे मारे थे और उसने उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली तलब किया गया है। मीरवाइज उमर फारूक के वकील एजाज अहमद धर ने एनआईए के छह मार्च के नोटिस का जवाब देते लिखा है, ‘‘मौजूदा विद्वेषपूर्ण स्थिति में मेरे मुवक्किल की निजी सुरक्षा को खतरा है, ऐसे में मेरे मुवक्किल का दिल्ली जाना विवेकपूर्ण नहीं है।’’
वकील ने कहा,‘‘यदि एनआईए मीरवाइज उमर फारूक से पूछताछ करना चाहती है तो वह श्रीनगर में भी ऐसा कर सकती है और वह उसमें सहयोग करने के लिए तैयार हैं क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।’’ धर ने कहा कि उनके मुवक्किल को एनआईए के नोटिस में उल्लिखित प्राथमिकी के विषयवस्तु की जानकारी नहीं है।
जम्मू- कश्मीर पुलिस ने मीरवाइज उमर फारूक को किया नजरबंद
उन्होंने नोटिस को गलत धारणा पर आधारित और मीरवाइज की छवि खराब करने के उद्देश्य से जारी किया गया बताया। उन्होंने कहा, ‘‘उनके (मुवक्किल के) पद और कद को देखते हुए ऐसा जान पड़ता है कि यह कानून से इतर कारणों का नतीजा है।’’