पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है। उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई। दरअसल वह त्राल पुलवामा में एक परिवार से मिलने की योजना बना रही थीं। इस परिवार ने आरोप लगाए हैं कि सेना ने कथित तौर पर उनके साथ मारपीट की थी।
मुफ्ती ने इस बार में जानकारी देते हुए अपने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए कहा, “त्राल में कथित रूप से सेना द्वारा लूटे गए गांव का दौरा करने का प्रयास करने के लिए आज एक बार फिर मुझे मेरे घर में बंद कर दिया गया। यह कश्मीर की वास्तविक तस्वीर है जो भारत सरकार के स्वच्छता और निर्देशित पिकनिक पर्यटन के बजाय आने वाले गणमान्य व्यक्तियों को दिखाया जाना चाहिए।”
महबूबा मुफ्ती लगातार कई बार केंद्र पर हमलावर रही है। कल ही उन्होंने घाटी में पत्रकारों के शोषण के आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस संबंध में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर स्वतंत्र फैक्ट फाइंडिंग टीम को जम्मू कश्मीर भेजने की मांग की है। महबूबा मुफ्ती ने अपने पत्र में कहा कि, ‘हमने देखा है कि जिस तरह से भारतीय संविधान में दिए गए बोलने की स्वतंत्रता के अधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे मौलिक अधिकारों पर तेजी से हमले हुए हैं, ऐसा खासकर पिछले दो साल में एक असुरक्षित सरकार द्वारा किया गया है।’Locked up in my house today yet again for attempting to visit the village in Tral allegedly ransacked by army. This is the real picture of Kashmir that visiting dignitaries must be shown instead of GOIs sanitised & guided picnic tours. pic.twitter.com/Hp9wcuw1qT
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) September 29, 2021
दरअसल पीडीपी प्रमुख का कहना है कि मघाटी के करीब 23 पत्रकारों को सरकार द्वारा नियंत्रण सूची में डाला दिया गया है। जबकि विदेश में पढ़ाई कर रहे स्कॉलर्स को भी देश के बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।