श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के शहर-ए-खास (एसईके) में प्रतिबंध हटाए जाने के बाद ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में शुक्रवार को चार सप्ताह बाद सामूहिक रूप से नमाज अदा करने की अनुमति दी गयी। इस बीच, उदारवादी हुर्रियत काफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी फारूक ने ऐतिहासिक मस्जिद में नमाजियों को नमाज अदा करायी। वह इस वर्ष 28 सितंबर से घर में नजरबंद रहने के बाद रविवार को रिहा हुए।
पुलिस ने आज यहां बताया कि श्रीनगर के किसी भी भाग में कर्फ्यू या प्रतिबंध नहीं लगा हुआ है, हालांकि कानून- व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए कुछ जगहों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। शुक्रवार को डल झील के किनारे स्थित पवित्र हजरतबल में नमाज अदा की गयी। घाटी के अन्य दूसरे भागों से भी सामान्य रूप से शुक्रवार की नमाज अदा किये जाने की खबर है।
श्रीनगर के पुराने शहर और एसईके में सुरक्षा कारणों से छह अक्टूबर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पिछले चार सप्ताह से जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज नहीं अदा की जा सकी। हालांकि यह राहत कट्टरपंथी हुर्रियत के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी को नहीं मिली। नयी दिल्ली से लौटने के बाद वह जून 2016 से नजरबंद हैं।