जम्मू & कश्मीर में सीमापार से लगातार हो रही गोलाबारी तथा सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की बढ़ती घटनाओं के बीच सरकार का दावा है कि जम्मू & कश्मीर में स्थितियां पहले से बेहतर हुई हैं।
गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने आज कहा कि लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर है। पिछले साल जहां कानून व्यवस्था से जुड़े 2897 मामले दर्ज किए गए थे वहीं इस साल ये घटकर 583 पर आ गए। सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के कारण वर्ष 2016 से अब तक राज्य में 12650 उपद्रवियों और अलगाववादियों को गिरफ्तार किया जा चुका है या इन गतिविधियों को रोकने सम्बन्धी कानूनों के तहत उन पर शिकंजा कसा गया है। संवदेनशील क्षेत्रों में उन पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार घाटी में सुरक्षा हालात पर लगातार कड़ी नजर रखे हुए है। स्थिति की नियमित आधार पर समीक्षा की जा रही है। सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए दस हजार अतिरिक्त विशेष पुलिस अधिकारियों की भर्ती की गई है।
पांच नई इंडिया रिजर्व बटालियनों में लगभग 5381 कर्मियों की भर्ती की गई है। केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और असम राइफल्स में 1079 भर्तियां की गई हैं। राज्य के युवाओं को उग्रवाद के रास्ते में जाने से रोकने और मुख्यधारा में लाने के लिए रोजगार और कौशल विकास के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।