नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि सरकार व्यक्तिगत स्वतंत्रता ऐसे दे रही है जैसे किसी पर कोई उपकार कर रही हो, और अपनी मर्जी से इसे किसी को दे रही है और छीन रही है। साथ ही कहा कि न्यायपालिका का कोई हस्तक्षेप नहीं है। अब्दुल्ला का यह बयान पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती को कथित तौर पर नजरबंद किए जाने पर आया है।
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया,‘‘ बाधा खड़ी करना इस प्रशासन की नयी मानक संचालन प्रक्रिया है। उन्होंने मेरे पिता को प्रार्थना करने से रोकने के लिए हाल ही में ऐसा किया था। सरकार व्यक्तिगत स्वतंत्रता ऐसे दे रही है जैसे कोई उपकार कर रही हो, और अपनी मर्जी से इसे किसी को दे रही है और किसी से छीन रही है और न्यायपालिका का कोई हस्तक्षेप नहीं है।’’
Parking a truck in front of our gates is now standard operating procedure for this admin. They did the same to my father recently to stop him from praying. Personal liberty is treated as a favour by the govt, to give & withdraw at will, with no interference from the judiciary. https://t.co/yUjDhhZb9p
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 27, 2020
गौरतलब है कि पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को ईद-मिलाद-उन-नबी पर हजरतबल दरगाह पर जाने से रोका गया था।