जम्मू & कश्मीर सरकार ने आज कहा कि श्रीनगर में कल एसएमएचएस अस्पताल पर लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किये गये हमले की जांच शुरू हो गयी है। कल की इस घटना में एक खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी भागने में सफल हो गया जबकि दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी।
यहां विधानसभा में सत्ताधारी पीडीपी के एक विधायक और विपक्षी विधायकों द्वारा इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद संसदीय मामलों के मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने इस घटनापर यह बयान दिया। पीडीपी के रजा मंजूर ने कहा कि इस हमले में मारे गये पुलिसकर्मियों में एक उनके गृहनगर करनाह से थे और इस मामले में जांच की मांग की।
इस हमले को ‘‘बड़ी सुरक्षा चूक’’ बताते हुये नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अली मोहम्मद सागर ने इस घटना पर एक विस्तृत बयान की मांग की। कांग्रेस विधायक जी एम सरूरी और माकपा विधायक मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने इस हमले की निंदा की। तारीगामी ने कहा कि यह सुरक्षा चूक को दर्शाता है। इसे गंभीरता से देखा जाना जाहिए।
निर्दलीय विधायक हकीम यासीन ने कहा कि कल की घटना ऐसे समय घाटी की ‘‘खतरनाक स्थिति’’ दिखाता है जब सरकार राज्य में पंचायत चुनाव कराने की योजना बना रही है। विधानसभा में अपने बयान में वीरी ने कहा कि हमले को लेकर विधायकों की चिंता बिल्कुल जायज है।
उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर करण नगर पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद खामियों की पहचान की जाएगी।
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