जम्मू-कश्मीर सरकार ने अपने छह कर्मचारियों को आतंकियों के साथ संबंध रखने और ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में काम करने के लिए बर्खास्त कर दिया था। प्रशासन के इसी कदम पर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों को ‘‘शक्तिहीन’’ बना रही है और वह उन पर आतंकवादियों के साथ संबंध होने का संदेह करती है जो कश्मीरियों को ‘‘अपमानित एवं बेदखल’’ करने का नया बहाना है।
महबूबा ने ट्विटर पर लिखा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को शक्तिहीन बनाने के भारत सरकार के फरमान का अंत नहीं हो रहा है। भारत सरकार दावे करती रही है कि रोजगार पैदा करने के लिए वह निवेश कर रही है जबकि वह इस बात को जानते हुए सरकारी कर्मचारियों को सेवा से हटा रही है कि जम्मू-कश्मीर में आजीविका के लिए लोग सरकारी नौकरियों पर निर्भर हैं।
Hounding Kashmiris endlessly deflates their fake narrative that all is well in J&K. ‘Links to militants’ is the new excuse used to dispossess & humiliate Kashmiris.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) September 24, 2021
उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को परेशान किया जाना केंद्र के ‘‘फर्जी दावे की पोल खोल रहा है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक नहीं है। आतंकवादियों से संबंध नया बहाना है जिसका इस्तेमाल कश्मीरियों को अपमानित करने में किया जा रहा है।