पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के काफिले में 40 जवान शहीद होने के बाद अब गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में 40जवानों के शहीद होने की घटना के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने गुरूवार को एक आदेश जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि केंद्रीय सरकार ने पैरा-मिलिट्री के जवानों की सुरक्षा के लिए उन्हें हवाई सफर उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।
इससे तकरीबन आठ लाख जवानों को सहायता मिलेगी। गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार जवानों को दिल्ली से श्रीनगर और श्रीनगर से दिल्ली,वहीं जम्मू से श्रीनगर और श्रीनगर से जम्मू हवाई यातायात के माध्यम से ले जाया जाएगा। कश्मीर घाटी में तैनात जवान अब कॉमर्शियल फ्लाइट का लाभ उठा सकेंगे।
अवकाश पर जाने वाले जवानों को भी मिलेगा लाभ
बता दें कि गृह मंत्रायल के इस आदेश के बाद से तकरीबन 7 लाख 80 हजार जवानों को फायदा होगा। इन जवानों में कॉस्टेबल,हेड कॉस्टेबल और एएसआई रैक के जवान शामिल हैं। पहले इन जवानों को हवाई यातायात की सुविधा नहीं मिलती थी जब जवान ड्यूटी से घर आते या ड्यूटी ज्वाइन करते थे।
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मंत्रायल ने ये भी साफ कर दिया है कि जब जवान जम्मू-कश्मीन में तैनाती के बाद ड्यूटी से घर वापस जाएंगे या घर वापस ड्यूटी पर आएंगे तब भी उन्हें ये सुविधा दी जाएगी। राजनाथ ने कहा कि केन्द्रीय पुलिस बलों के लिए यह सुविधा पहले से ही मौजूद एयर कुरियर सर्विस के अतिरिक्त होगी। ये फैसला जवानों की सुरक्षा और आने-जाने में लगने वाले समय में कमी को देखते हुए ही उठाया गया है।
कुरियर सर्विस पहले से उपलब्ध है
पुलवामा हमले के बाद पहले ये खबर आई कि गृह मंत्रायल ने जवानों को हेलकॉप्टर से ले जाने के प्रस्तवा को माना कर दिया था। इस बात का खंडन करते हुए मंत्रालय ने बताया है कि यह बात पूरी तरह से झूठ है। सैनिको की यात्रा के टाइम को घटाने के लिए सभी सेक्टरों में एयर कुरियर की सेवाओं को बढ़ा दिय गया है।
पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में 40 जवान मरे गए हैं। ये सभी अपनी छुट्टी बिताकर घर वापस लौट रहे थे। इस पूरी घटना ने दुनिया भर के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इसलिए ये कुछ ऐहतियाती कदम उठाए जाने की दिशा में प्रयास किए गए हैं।