पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और जम्मू -कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को हुर्रियत कांफ्रेंस के कश्मीर समेत अन्य मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत की इच्छा जताये जाने का स्वागत करते हुए इसे ‘देर आये दुरुस्त आये’ करार दिया है।
जम्मू.कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने शनिवार को दूरदर्शन पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि हुर्रियत कांफ्रेंस के रुख में नरमी आई है और बातचीत के लिए उसका राजी होना उत्साहवर्धक संकेत है।
सुश्री मुफ्ती ने हुर्रियत काफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुख के कश्मीर समेत सभी मसलों के समाधान के लिए कश्मीरी नेताओं, केन्द्र सरकार और इस्लामाबाद के बीच त्रिपक्षीय बातचीत किए जाने के बयान पर आज ट्वीट किया।
उन्होंने लिखा ‘‘ देर आये दुरुस्त आये। पीडीपी.भाजपा गठबंधन का मकसद केंद, सरकार और सभी पक्षकारों के बीच बातचीत था। बातचीत हो मैंने इसके लिए मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास किए थे और अंतत: हुर्रियत बातचीत में अपने रुख में नरमी लाई।’’