लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

कश्मीरी पंडितों की करना चाहते हैं रक्षा तो बैन करें कश्मीर फाइल्स! फारूक अब्दुल्ला ने साधा केंद्र पर निशाना

जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हालही में हुई कश्मीरी पंडित की हत्या को फिल्म द कश्मीर फाइल्स से जोड़ा है।

जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हालही में हुई कश्मीरी पंडित की हत्या को चर्चित या यूं कहें कि विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स से जोड़ा है। बता दें कि इस फिल्म को कश्मीरी पंडितों पर ही फिल्माया गया है, फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमलों को रोकना है तो ‘कश्मीर फाइल्स’ पर बैन लगा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिमों के खिलाफ नफरत का माहौल है और यही कारण है कि कश्मीर में युवाओं के दिलों में गुस्सा भरा हुआ है। 
फारूक अब्दुल्ला ने दिया कश्मीर फाइल्स बैन करने का सुझाव 
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ‘मैंने सरकार से पूछा क्या कश्मीर फाइल्स फिल्म सच है? क्या कोई मुस्लिम किसी हिंदू शख्स की हत्या करके उसके खून को चावल में मिला कर मृतक की पत्नी को खाने के लिए कह सकता है? क्या ऐसा हो सकता है, हम इतने गिरे हुए हैं? फारूक अब्दुल्ला ने द कश्मीर फाइल्स फिल्म को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि इस फिल्म से मुल्क में सिर्फ नफरत बढ़ रही है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर होने वाले हमले बढ़ गए हैं। जिस कारण उपराज्यपाल के निर्देश के मुताबिक कश्मीरी पंडितों के घरों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।  
1652690490 kashmir files
 केंद्र सरकार नहीं कर सकती सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम 
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि हत्याओं में वृद्धि कश्मीर में केंद्र सरकार के सामान्य दावों को खारिज करती है। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा राजनीतिक बयानबाजी के बावजूद उन्हें पूरे कश्मीर में सुरक्षित महसूस कराने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। इसके अलावा, उन्हें तंग रहने वाले क्वार्टरों और भेदभावपूर्ण सेवा नियमों से कोई राहत नहीं है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए, फारूक ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उपराज्यपाल और भारत सरकार के सामने सभी मुद्दों को उठाएंगे।
लश्कर-ए-इस्लाम ने कश्मीरी पंडितों को दी धमकी 
बता दें कि कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमलों की इन खबरों के बीच रविवार को लश्कर-ए-इस्लाम ने धमकी दी थी। उनकी इस चेतावनी के मुताबिक कश्मीरी पंडित या तो घाटी छोड़ दें या फिर मरने को तैयार रहें, पोस्टर में लिखा था कि सभी प्रवासी जो घाटी में दूसरा इजराइल बनाना चाहते हैं और कश्मीरी मुसलमानों को मरना चाहते हैं, उनके लिए यहां कोई जगह नहीं हैं वह या तो घाटी छोड़कर चले जाएं नहीं तो मरने के लिए तैयार हो जाएं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

14 − 5 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।