कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने केंद्र सरकार से कश्मीर में व्यवसाय को फिर से खड़ा करने के लिए कदम उठाने का रविवार को आग्रह किया। उद्योग मंडल ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को हटाने के बाद फैली अशांति की वजह से घाटी की अर्थव्यवस्था को 15,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
केसीसीआई के अध्यक्ष शेख आशिक हुसैन ने सरकार से कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बहाल करने की भी गुहार लगाई है। हुसैन ने अन्य उद्योग निकायों के प्रमुखों के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की।
हुसैन ने बैठक के बाद पीटीआई – भाषा से कहा , ‘मैंने उद्योग मंत्री को बताया है कि पिछले चार महीनों में करीब 15,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।’ उन्होंने कहा कि जम्मू – कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा वापस होने के बाद फैली अव्यवस्था के कारण कारोबार और नौकरियों में हुए नुकसान को लेकर कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने एक रिपोर्ट तैयार की है।
हुसैन ने कहा , ‘हमने केंद्रीय मंत्री को बताया कि सभी कारोबारी क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं और सभी क्षेत्रों के उद्योग दिग्गजों ने चैंबर को लिखित अभिवेदन दिया है। जल्द ही उप – राज्यपाल को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।’ उन्होंने कहा कि गोयल ने व्यापार प्रतिनिधियों की बात को धैर्यपूर्वक सुना और रिपोर्ट की एक प्रति भेजने के लिए कहा है।