जम्मू कश्मीर में युवाओं द्वारा आतंक के गिरोह में शामिल होना और आतंकी रास्ते को चुनने का सिलसिला थम नहीं रहा। इस मामले में एक नया नाम घाटी के पुलवामा से सामने आया है। जहां एक बीटेक छात्र ने आतंकवादी संगठन का दामन थाम लिया है। तो वहीं पूरा परिवार अपने बेटे से आतंकियों का साथ छोड़ घर लौटने की अपील कर रहा है। युवक के परिवार का कहना है कि उन्हें भी सोशल मीडिया से ही पता चला कि उनके बेटे ने आतंक के रास्ते को अपना लिया है। युवक का नाम खुर्शीद अहमद मलिक है जो पुलवामा के अरवल गांव का रहने वाला है।
मलिक की मां और बहन ने वीडियो बनाकर उससे घर लौटने की गुहार लगाई है। युवक मलिक की मां की तबीयत काफी खराब है। हैरानी की बात है की लगातार युवा आतंक की राह को चुन रहे हैं। एक आंकड़े की मानें तो कश्मीर में इस साल 15 जुलाई तक 110 स्थानीय युवाओं ने आतंकी संगठनों का दामन थामा है। इनमें सबसे अधिक 28 युवा दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के बताए जा रहे हैं। हालांकि, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के 87 युवा 20 जुलाई तक आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं।
मामले को लेकर पिछले दिनों अहीर ने लोकसभा में कहा कि यह 87 युवा दक्षिण कश्मीर के चार जिलों अनंतनाग (14), पुलवामा (35), शोपियां (23) और कुलगाम (15) से ताल्लुक रखते हैं। वहीं , अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल 126 स्थानीय युवा आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे तथा इस साल यह आंकड़ा और ऊपर जा सकता है।