केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा उपमंडल के अरनिया सेक्टर में एक संदिग्ध ड्रोन की गतिविधियां देखी गईं, लेकिन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की कार्रवाई के बाद वह वापस चला गया। इसकी जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को दी। बीएसएफ ने कहा, गुरुवार तड़के करीब 4:15 बजे अरनिया इलाके में ड्रोन होने की आशंका के साथ एक चमचमाती रोशनी देखी गई, जिसके चलते बीएसएफ के जवान अलर्ट हो गए और गोलीबारी शुरू कर उसे खदेड़ दिया। वह करीब 300 मीटर की ऊंचाई पर था।
ड्रोन के कई मामले आ चुके हैं सामने
बता दें कि, घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के लिए पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा हथियार गिराए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। बीएसएफ ने इन मामलों पर कार्रवाई करते हुए हथियार भी बरामद किए हैं और सीमा पार आतंकवादियों और उनके आकाओं के मंसूबों को नाकाम किया है।
ड्रोन के कई मामले आ चुके हैं सामने
बता दें कि, घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के लिए पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा हथियार गिराए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। बीएसएफ ने इन मामलों पर कार्रवाई करते हुए हथियार भी बरामद किए हैं और सीमा पार आतंकवादियों और उनके आकाओं के मंसूबों को नाकाम किया है।

हाल ही में ड्रोन के जरिए बच्चों के टिफिन में भेजे गए थे आईईडी
इससे पहले 7 जून को कनाचक के दयारान इलाके में ड्रोन से तीन आईईडी बम भेजा गया था जिसे सुरक्षाबलों ने निष्क्रिय कर दिया। ये आईईडी बच्चों के टिफिन बॉक्स में रखकर भेजे गए थे। बीएसएफ ने ड्रोन गतिविधि देख गोलियां भी चलाईं थी। जिसके बाद पुलिस ने ड्रोन विरोधी एसओपी का पालन करते हुए ड्रोन से जुड़े पेलोड को नीचे लाया गया। पेलोड में बच्चों के टिफिन बॉक्स के अंदर 3 चुंबकीय आईईडी पैक किए गए थे, जिसमें अलग-अलग समय के लिए टाइमर सेट किया गया था।
इससे पहले 7 जून को कनाचक के दयारान इलाके में ड्रोन से तीन आईईडी बम भेजा गया था जिसे सुरक्षाबलों ने निष्क्रिय कर दिया। ये आईईडी बच्चों के टिफिन बॉक्स में रखकर भेजे गए थे। बीएसएफ ने ड्रोन गतिविधि देख गोलियां भी चलाईं थी। जिसके बाद पुलिस ने ड्रोन विरोधी एसओपी का पालन करते हुए ड्रोन से जुड़े पेलोड को नीचे लाया गया। पेलोड में बच्चों के टिफिन बॉक्स के अंदर 3 चुंबकीय आईईडी पैक किए गए थे, जिसमें अलग-अलग समय के लिए टाइमर सेट किया गया था।
