केंद्र शासित प्रदेश जम्मु-कश्मीर के सोपोर में सीआरपीएफ के बनकर पर पेट्रोल बम फेंकने वाली बुर्काधारी महिला को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। बुर्काधारी महिला की पहचान हसीना अख्तर के तौर पर हुई है, जिसके आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से ताल्लुक रहे हैं। इसके अलावा महिला पहले भी अन्य आतंकवाद से जुडी गतिविधियों में शामिल रही है। बता दें कि, मंगलवार को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे एक बुरका पहनी महिला अपने बैग से पेट्रोल बम निकालकर सीआरपीएफ बंकर पर फेंकती नजर आती है जिसके बाद जवान पेट्रोल बम से लगी आग को बुझाते दिखते हैं।
अलग-अलग थानों में तीन मुकदमे पहले से ही दर्ज है : पुलिस
इस मामले में कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि, सीआरपीएफ बंकर पर पेट्रोल बम फेंकने वाली महिला की पहचान कर ली गई है जिसका नाम हसीना अख्तर है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने बताया कि, उत्तर कश्मीर में हसीना अख्तर के खिलाफ अलग-अलग थानों में तीन मुकदमे पहले से ही दर्ज है। उन्होंने कहा, हसीना लश्कर-ए-तैयबा के ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर काम करती रही है। इसके अलावा उसके दुख्तरान-ए-मिल्लत संगठन की मुखिया आसिया अंद्राबी से भी ताल्लुक रहे हैं।
अलग-अलग थानों में तीन मुकदमे पहले से ही दर्ज है : पुलिस
इस मामले में कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि, सीआरपीएफ बंकर पर पेट्रोल बम फेंकने वाली महिला की पहचान कर ली गई है जिसका नाम हसीना अख्तर है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने बताया कि, उत्तर कश्मीर में हसीना अख्तर के खिलाफ अलग-अलग थानों में तीन मुकदमे पहले से ही दर्ज है। उन्होंने कहा, हसीना लश्कर-ए-तैयबा के ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर काम करती रही है। इसके अलावा उसके दुख्तरान-ए-मिल्लत संगठन की मुखिया आसिया अंद्राबी से भी ताल्लुक रहे हैं।
वर्ष 2019 में भी दर्ज हुआ था केस
पुलिस ने बताया कि, हसीना अख्तर के खिलाफ 2019 में यूएपीए के तहत हंदवाड़ा में केस दर्ज किया गया था। यह केस लश्कर-ए-तैयबा के पोस्टर चिपकाने के आरोप में दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा, इसके बाद एक और केस हसीना के खिलाफ दर्ज हुआ था हालांकि बाद में वह जमानत पर बाहर आ गई थी। हसीना की गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हुआ है कि, घाटी में कुछ महिलाएं भी आतंकी संगठनों के साथ सक्रिय हैं।