कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ आपरेशन आलआउट जारी है। इसी कड़ी के तहत आज यानि सोमवार को श्रीनगर में पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकवादी सलीम पर्रे को मार गिराया है। कश्मीर के आइजी के विजय कुमार ने स्वयं इसकी जानकारी साझा की है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं।
बीते शुक्रवार को श्रीनगर में पन्था चौक इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए थे और पांच सुरक्षा कर्मी घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया था कि मारे गए आतंकवादियों में से एक जेवान इलाके में 13 दिसंबर को पुलिस बस पर हुए हमले में शामिल था। उस हमले में तीन पुलिसकर्मी मारे गए थे और 11 अन्य घायल हो गए थे।
182 आतंकवादियों का सफाया किया गया
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। बीते साल जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों की ओर से 100 सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों में 44 शीर्ष आतंकियों और 20 विदेशियों समेत कुल 182 आतंकवादियों का सफाया किया गया। जम्मू कश्मीर पुलिस के 100वें सफल आतंकवाद-रोधी अभियान के एक दिन बाद जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सिंह ने आतंकवादियों के मारे जाने की कुल संख्या के बारे में जानकारी दी थी।
सुरक्षा के लिहाज से यह एक सफल साल रहा
बीते साल केंद्र शासित प्रदेश में सीमा पार से आतंकवादियों की कम घुसपैठ हुई। अफगानिस्तान से किसी भी आतंकवादी के देश में घुसपैठ की कोई घटना नहीं हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश में लगातार सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों के कारण जम्मू कश्मीर के एक बड़े क्षेत्र को आतंकी हमलों से मुक्त कर दिया गया है। सीमाओं की सुरक्षा के लिहाज से यह एक सफल साल रहा। लंबे समय के बाद घुसपैठ के स्तर में कमी आई है। केवल 34 आतंकवादी ही सीमा पार से देश में घुसपैठ कर पाए। उनमें से कई को ढेर कर दिया गया और बाकी पर नजर रखी जा रही है।
आतंकवादियों की मदद करने वालों पर भी नकेल कसी
पिछले साल जम्मू-कश्मीर में 134 युवा आतंकी संगठनों में शामिल हुए, लेकिन उनमें से 72 को खत्म कर दिया गया और 22 को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आतंकवादियों की मदद करने वालों पर भी नकेल कसी है और ऐसे 570 लोगों गिरफ्तार किया। आतंकवाद और अन्य समाज विरोधी कृत्यों में शामिल होने के लिए गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत कुल 497 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।